नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा, अमेरिका, बांग्लादेश से लेकर पश्चिम बंगाल और केरल से उठे हालिया मुद्दों पर अपना बयान दिया है। हाल ही में कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को ऑनलाइन धमकी देने के मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इसे लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी है। रणधीर जायसवाल ने आगे कहा, ‘जब कोई लोकतांत्रिक देश कानून के शासन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मापने के लिए अलग-अलग पैमाने अपनाता है, तो इससे उस देश के दोहरे मापदंड उजागर होते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा में भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होगी। कनाडा में भारत विरोधी तत्वों ने बार-बार भारतीय नेताओं, संस्थानों, एयरलाइंस और राजनयिकों को हिंसा से धमकाने की कोशिश की है। हम चाहते हैं कि हमें मिलने वाली धमकियों पर भी उसी स्तर की कड़ी कार्रवाई हो।’ हाल ही में कनाडा के एडमोंटन शहर में एक हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया था। शहर में स्थित स्वामिनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इसे लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस मामले को कनाडा के अधिकारियों के सामने पुरजोर तरीके से उठाया गया है। रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘इस बारे में दिल्ली स्थित कनाडाई दूतावास और ओटावा स्थित भारतीय दूतावास से बात की गई है। हम मंदिर में तोड़फोड़ का सख्त विरोध करते हैं। हाल ही में पीएम मोदी ने रूस का दौरा किया था। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अधिकारी डोनाल्ड लू ने पीएम मोदी के रूस दौरे के समय निर्धारण पर सवाल उठाए थे। gujaratvaibhav.com
इसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘भारत का रूस के बीच एक दीर्घकालिक संबंध है। यह संबंध दोनों पक्षों के आपसी हितों पर आधारित है। दुनिया में सभी देशों को अपना हित चुनने की आजादी है। इसलिए, सभी देशों को वास्तविकताओं के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।’पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा पर भी भारत की नजर बनी हुई है। हिंसा के बीच अब तक 6,700 भारतीय छात्रों की बांग्लादेश से स्वदेश वापसी हो चुकी है।