- मां दशामा की मूर्ति विसर्जन के दौरान सिंधरोट माही नदी पर बने चेक डैम और कनोडा गांव में हुए हादसे
वडोदरा
वडोदरा गुजरात के वडोदरा शहर में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यहां मां दशामा की मूर्ति विसर्जन के दौरान दो जगह हुए हादसों में 5 युवक महिसागर नदी में बह गए। इनमें दो युवकों के शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, अन्य तीन की तलाश जारी है। फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम के साथ स्थानीय युवकों की टीमें भी युवकों की तलाश में जुटी हुई हैं। नदी में बहाव के चलते युवकों के दूर तक बह जाने की आशंका है। मिली जानकारी के मुताबिक, वडोदरा के किशनवाड़ी इलाके में रहने वाले प्रज्ञेश माछी (उम्र 23) के घर दशामा की मूर्ति स्थापित की गई थी। आज सुबह ढोल-नगाड़ों के साथ मूर्ति विसर्जन के लिए महिसागर नदी लाई गई थी। विसर्जन के लिए 40-50 लोग इक_े हुए थे। विसर्जन के लिए मूर्ति सिंधरोट माही नदी पर बने चेक डैम पर लाई गई थी। वडोदरा जिले में कई दिनों से बारिश हो रही है। इसके चलते महिसागर नदी उफान पर है। मूर्ति विसर्जन के दौरान प्रज्ञेश माछी उफनती नदी में डूबने लगा। प्रग्नेश को बचाने के लिए उसका दोस्त सागर कुरी नदी में कूद गया। पानी का बहाव तेज होने के कारण वह भी बह गया। दोनो युवक पलक झपकते ही गायब हो गए। अन्य युवकों ने इन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद दोनों युवकों के शव मिले। महिसागर में ही डूबने से तीन युवकों मौत का दूसरा हादसा सावली तालुका के कनोडा गांव में हुआ। यहां भी महिसागर नदी किनारे करीब 60 से 70 लोगों की भीड़ मां दशामा के मूर्ति विसर्जन के लिए जमा हुई थी। विसर्जन के बाद संजय गोहिल (उम्र 32), कौशिक अरविंदभाई गोहिल (उम्र 20) और विशाल रतिलाल गोहिल (उम्र 15) नदी में नहाने उतरे थे। इसी दौरान तीनों नदी के तेज बहाव में बह गए। ग्रामीणों ने किसी तरह संजय गोहिल को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं, कौशिक और विशाल की तलाश जारी है। कनोडा गांव में रहने वाले तीनों युवक दोस्त थे।