- भूपेन्द्र पटेल का अगली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पर्यावरण के साथ संतुलन बनाकर हरित विकास का आह्वान
- 1.1 हेक्टेयर में 100 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के 11,000 पौधों के साथ राज्य के दूसरे
- वन कवच का उद्घाटन इस वर्ष के वन महोत्सव में 10.40 करोड़ पौधे वितरित किये जायेंगे
पंचमहल। मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने पंचमहल के जेपुरा-पावागढ़ से 74वें वन महोत्सव का उद्घाटन किया और वन आवरण का शुभारंभ कर राज्य को पर्यावरण अनुकूल वातावरण बनाने की एक और सौगात दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की जलवायु और मिट्टी की उर्वरता को ध्यान में रखते हुए वृक्षारोपण करके ऐसे वन क्षेत्र विकसित करने के लिए प्रेरित किया है। इसी क्रम में राज्य वन विभाग द्वारा तैयार किये गये दूसरे वन कवच का अनावरण 74वें वन महोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। यह वन क्षेत्र 1.1 हेक्टेयर क्षेत्र में 11,000 पौधे उगाकर बनाया गया है। इतना ही नहीं, इस वन क्षेत्र की खास बात यह है कि वन विभाग द्वारा यहां विभिन्न पौधों की लगभग 100 प्रजातियों की खेती की गई है, साथ ही अन्य 100 प्रजातियां जो प्राकृतिक रूप से उगी हैं। इस वन आवरण के शुभारंभ के साथ, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने देवभूमि-द्वारिका जिले के हरसिद्धमाता तीर्थ क्षेत्र में निर्मित होने वाले राज्य के 23वें सांस्कृतिक वन हरसिद्ध वन का भी ई-लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ और फिट रखने के साथ-साथ स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए पर्यावरण के साथ संतुलन बनाए रखते हुए हरित विकास के माध्यम से विकास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पर्यावरण के अनुरूप विकास का विचार दिया है। मिशन जीवन हमारे दैनिक जीवन में पर्यावरण को संरक्षित करना, भूमि और मानव स्वास्थ्य की गिरावट को रोकना है।प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक खेती के नये विचार जैसे दृष्टिकोण से स्वस्थ जीवन की राह दिखाई है। भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग के संकट से जूझ रही है, हमारे दूरदर्शी नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही इस समस्या के समाधान की योजना बना ली है और गुजरात में जलवायु परिवर्तन विभाग बनाकर वैश्विक संकट के खिलाफ समाधान ढूंढ लिये हैं। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने वन कवच के माध्यम से हरित आवरण बढ़ाने और खुली भूमि में पेड़ लगाने की सफल पहल भी की है। इसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर पेड़-पौधे उगाये जाने से न केवल मानव स्वभाव बल्कि पशु-पक्षियों को भी स्वच्छ वातावरण मिलेगा। इस वर्ष के वन महोत्सव के दौरान 10.40 करोड़ पौधों के वितरण और राज्य के सभी जिलों में 100 हेक्टेयर क्षेत्र में 85 स्थानों पर वन क्षेत्र के विकास के लिए वह जिम्मेदार थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिये गये पांच संकल्पों में से एक संकल्प विकसित भारत का निर्माण करना है। अगली पीढ़ी को स्वच्छ हवा-पानी और प्रदूषण मुक्त जीवन प्रदान करके ही विकसित भारत का निर्माण किया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों और समाज से पर्यावरण अनुकूल ग्रीन-क्लीन गुजरात, विकसित गुजरात और विकसित भारत के लिए वृक्षारोपण और वृक्षारोपण को तेज करने की अपील की।