- ब्रह्मोस तैनात हो सकेगी, लेटेस्ट रडार सिस्टम और एंटी-सबमरीन सिस्टम से भी लैस
कोलकाता
भारतीय सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 17 अगस्त को पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचीं। उन्होंने कोलकाता में जंगी जहाज (वॉरशिप) ढ्ढहृस् विंध्यगिरी लॉन्च किया। नीलगिरी क्लास का ये फ्रिगेट एक स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल युद्धपोत है।प्रोजेक्ट 17्र के जहाजों को इंडियन नेवी वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने इन-हाउस डिजाइन किया है। इसमें ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात की गई है। इस युद्धपोत में दो हेलिकॉप्टर भी तैनात हो सकते हैं। वॉरशिप एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स और ऑटो मेलारा नौसैनिक गन से भी लैस हैं, जो दुश्मन के जहाज या हेलिकॉप्टर पर हमला कर उसे तबाह कर सकती हैं। इसके अलावा विंध्यगिरी बराक-8 मिसाइल लॉन्च करने में कैपेबल है। INS विंध्यगिरी युद्धपोत बेहतर स्टेल्थ फीचर्स, एडवांस्ड हथियार, सेंसर, प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम, लेटेस्ट रडार सिस्टम और एंटी सबमरीन वेपन सिस्टम से लैस है।ढ्ढहृस् विंध्यगिरी प्रोजेक्ट 17्र फ्रिगेट का छठा जहाज है। इसे गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) में बनाए गया है। प्रोजेक्ट 17ए के तहत मझगांव डॉक लिमिटेड (MDL) की तरफ से 4 और GRSE की तरफ से तीन जहाज बनाए जा रहे हैं। पहले 5 जहाज 2019 से 2022 के बीच लॉन्च हो चुके हैं।छठे जहाज INS विंध्यगिरी का नाम इसके पहले के जहाजों INS नीलगिरि, INS हिमगिरि, INS उदयगिरि, INS दूनागिरि और INS तारागिरि की ही तरह पर्वत शृंखला के नाम पर रखा गया है। सातवें युद्धपोत का नाम नया होगा, क्योंकि इसका कोई पुराना इतिहास नहीं है। इसे 2025 में लॉन्च किया जाएगा।