चन्द्रयान-3 की सफल लैडिंग, दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला विश्व का पहला देश बना हिन्दुस्तान
चन्द्रमा पर पहुंचने के बाद चन्द्रयान-3 का पहला संदेश-मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुम,उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी
पीएम ने इसरो प्रमुख को किया फोन, कहा – इंडिया इज ऑन द मून, चंदा मामा दूर के नहीं, अब घर के
पूरे देश में जश्न का माहौल, वैज्ञानिकों को बधाईयों का तांता
बंगलुरु/नई दिल्ली। 23 अगस्त की शाम को चांद पर जैसे ही सूरज उगा, इसरो के चंद्रयान ने उसके साउथ पोल पर लैंडिंग कर इतिहास रच दिया। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कामयाब लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की साउथ पोल पर लैंडिंग के बाद कहा- क्करू सर नमस्कार। हमने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है। इंडिया इज ऑन द मून। चंदा मामा दूर के नहीं, अब घर के।चंद्रयान-3 ने बुधवार शाम 5 बजकर 44 मिनट पर लैंडिंग प्रोसेस शुरू की। इसके बाद अगले 20 मिनट में चंद्रमा की अंतिम कक्षा से 25 किमी का सफर पूरा किया। शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद पर पहला कदम रखा। चांद पर पहुंचकर चंद्रयान-3 ने मैसेज भेजा- मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं। इस कामयाबी के साथ भारत चांद के किसी भी हिस्से में मिशन लैंड कराने वाला चौथा देश बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन ही ऐसा कर सके हैं। चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 20 मिनट लगे। इस ड्यूरेशन को च्20 मिनट्स ऑफ टेररज् यानी च्खौफ के 20 मिनट्सज् कहा जा रहा था।ये मिनट्स ऑफ टेरर शाम 5 बजकर 44 मिनट पर शुरू हुए। तब लैंडर से चंद्रमा 31 किमी दूर था। उसकी वर्टिकल लैंडिंग प्रोसेस शुरू हुई। अब सभी को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार है। धूल का गुबार शांत होने के बाद यह बाहर आएगा। इसके बाद विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचेंगे और पृथ्वी पर भेजेंगे।चंद्रयान मिशन को ऑपरेट कर रहे इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी ढ्ढस्क्रह्र ने चंद्रयान को श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया था। 41वें दिन चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग की प्लानिंग की गई। चंद्रयान-3 ने बुधवार 6:04 बजे चांद पर लैंडिंग की। इस दौरान भारत समेत दुनियाभर में उत्साह देखने को मिला। अमेरिका में वॉशिंगटन स्थित इंडियन एंबेसी में भारतीय समुदाय के लोगों ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर मिठाइयां बांटी। इसके बाद से देशभर में जश्न का माहौल है। चंद्रयान की लैंडिंग पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने तिरंगा फहराया। गुजरात के सूरत में एक स्कूल के बच्चे खुशी से डांस करने लगे। बेंगलुरु में इसरो मिशन कंट्रोल सेंटर में वंदे मातरम के नारे लगाए गए।
यह भारत के जयघोष का क्षण : पीएम मोदी
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जोहान्सबर्ग से लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए जुड़े। उन्होंने वहीं से देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं राष्ट्र जीवन की चेतना बन जाती हैं। यह पल अविस्मरणीय है। यह क्षण अभूतपूर्व है। यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नए भारत के जयघोष का है।पीएम बोले- हर देशवासी की तरह मेरा ध्यान चंद्रयान महाअभियान पर लगा हुआ है। मैं भी अपने देशवासियों के साथ, अपने परिवारजनों के साथ इस उमंग और उल्लास से जुड़ा हुआ हूं। भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचा है जहां आज तक कोई देश नहीं पहुंचा है। आज से चांद से जुड़े कई मिथक बदल जाएंगे। वहीं साउथ अफ्रीका से प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को बधाई देकर कहा- अब चंदामामा दूर के नहीं।मोदी ने कहा, आज हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के साक्षी बने हैं। हर घर में उत्सव शुरू हो गया है। हृदय से मैं भी अपने देशवासियों के साथ अपने परिवारजनों के साथ इस उमंग और उल्लास से जुड़ा हुआ हूं। मैं टीम चंद्रयान को, इसरो को और देश के सभी वैज्ञानिकों को जी-जान से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। जिन्होंने इस क्षण के लिए वर्षों से इतना परिश्रम किया। हमारे वैज्ञानिकों के परिश्रम से भारत उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा है, जहां आज तक दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच सका है।
अगले 14 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण : इसरो प्रमुख सोमनाथ
इसरो के डायरेक्टर एस. सोमनाथ ने कहा- अगले 14 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। प्रज्ञान रोवर को बाहर आने में एक दिन का समय भी लग सकता है। प्रज्ञान हमें चांद के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। हमारे कई मिशन कतार में हैं। जल्दी सूर्य पर आदित्य एल1 भेजा जाएगा। गगनयान पर भी काम जारी है।
हमारे वैज्ञानिक की जबरदस्त प्रतिभा और दशकों की कड़ी मेहनत का परिणाम : राहुल गांधी
चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही देश बुधवार (23 अगस्त) को जश्न में डूब गया। इस खुशी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शरीक हुए। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को बधाई दी। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, इसरो की टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई। दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान 3 की सॉफ्ट लैंडिंग हमारे वैज्ञानिक की जबरदस्त प्रतिभा और दशकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा, 1962 के बाद से भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है और सपने देखने वाली युवा पीढ़ियों को प्रेरित कर रहा है।
नासा, यूके स्पेस एजेंसी, यूरोपियन स्पेस एजेंसी सहित कई अंतरिक्ष एजेंसियों ने इसरो दी बधाई
नासा, यूके स्पेस एजेंसी, यूरोपियन स्पेस एजेंसी समेत कई अंतरिक्ष एजेंसियों ने ट्वीट कर इसरो की सराहना करते हुए बधाई दी है। यूके स्पेस एजेंसी ने ट्वीट कर लिखा, भारत के चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। इसरो को बधाई।यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने लिखा, इसरो की चंद्रयान-3 टीम को बधाई। नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने ट्वीट किया, चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव सफल लैंडिंग के लिए इसरो और भारत को बधाई। भारत चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया है। हमें इस मिशन में आपका भागीदार बनकर खुशी हो रही है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने भी इसरो को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, च्च्अविश्वसनीय, चंद्रयान-3 की सफलता के लिए इसरो और भारत के सभी लोगों को बधाई।