पटना। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज 4 देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्रीÓ कार्यक्रम में शामिल हुए जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 51 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
आज जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भू-तत्व विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग एवं संसदीय कार्य विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्रीÓ कार्यक्रम में सुपौल जिले से आयी एक महिला फरियादी में ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि उनके शिक्षक पति द्वारा पत्नी और बच्चे को छोड़ दिया गया है, जिससे मैं दर-दर की ठोकर खा रही हूं। वहीं सुपौल जिले से ही आये एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है, इसको मुक्त कराया जाए। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। गोपालगंज जिले से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे निजी मकान में रह रहे किराएदार द्वारा अनुचित हक जताया गया है, इसके लिए थाने में मामला दर्ज कराए जाने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुये कहा कि दबंगों द्वारा मेरी निजी जमीन को जबरन उनके नाम रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाया जा रहा है और नहीं करने पर धमका रहे हैं। भागलपुर जिले से ही आये एक अन्य बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर पड़ोसियों द्वारा जबरन मकान बनाया गया है। इसकी शिकायत करने के बाद भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। भोजपुर जिले से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरी रैयती जमीन जो कि मेरे पिताजी के नाम से थी जिसका विभाग द्वारा दूसरे व्यक्ति के नाम से म्यूटेशन कर दिया गया है। इसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुयी है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सहरसा जिले से आयी एक बुजुर्ग महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं बूढ़ी हूं मेरे पति विकलांग हैं, मेरे ससुर की हत्या कर दी गई और दबंगों द्वारा मेरी जमीन को हड़पने को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है। मामले की शिकायत किए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। समस्तीपुर जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे पति की हत्या कर दी गई। मामले में आरोपी के गिरफ्तारी के लिए लगातार गुहार लगाकर थक गया हूं लेकिन अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं समस्तीपुर जिले से ही आए एक अन्य फरियादी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मैं जे0पी0 आंदोलन में जेल जा चुका हूं लेकिन अब तक मुझे जेपी सम्मान पेंशन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्रीÓ कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आरएस भ_ी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना राजीव मिश्रा, उप विकास आयुक्त, पटना तनय सुल्तानिया उपस्थित थे।
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४-९-२३