भावनगर। भगवान सुंदर श्याम के स्वयंभू तीर्थधाम तुलसीश्याम मंदिर में जन्माष्टमी उत्सव भक्तिभावपूर्वक मनाया जाएगा। गोकुल अष्टमी 7 सितम्बर को रात्रि 12 बजे भारी हर्षोल्लास के साथ भगवान श्याम के जन्मोत्सव का स्वागत होगा। इस अवसर पर हजारों भक्त उपस्थित रहेंगे तथा श्याम के रंग में रंगेंगे। तुलसीश्याम तीर्थ में सप्तमी-अष्टमी के पर्वों की शृंखला प्रारंभ होने के साथ ही भक्तों की अविरत धारा बह रही है। गिर सोमनाथ जिले में गिर के जंगल में स्थित यह तीर्थधाम भगवान सुन्दरश्याम का स्वयंभू स्थान है। इसलिए इस तीर्थस्थान का धार्मिक दृष्टि से गोकुल-मथुरा जितना ही भक्तों के मन महत्व है। श्याम भक्तों में जन्माष्टमी उत्सव मनाने का उत्साह चरमसीमा पर है तथा श्याम परिवार द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहां सप्तमी-अष्टमी के पर्वों में औसतन एक से सवा लाख दर्शनार्थियों की आवाजाही रहती होती है। गांडी गिर में खूबसूरत वातावरण के बीच प्रकृति एवं परमेश्वर का यहां संयोग देखने को मिलता है। यह तीर्थधाम गर्म पानी के पवित्र कुंड के लिए भी प्रख्यात है।