- जजपा ने भी फ्लोर टेस्ट के लिए पत्र भेजा
चंडीगढ़
हरियाणा में 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद कांग्रेस पार्टी ने गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय से मिलने के लिए समय मांगा है। पार्टी का कहना है कि नायब सिंह सैनी की अगुआई वाली राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्यपाल से 10 मई को मिलने का टाइम मांगा गया है। हमारे विधायकों का डेलिगेशन जाएगा। दुष्यंत चौटाला भी अपने विधायक लेकर आ जाएं। मौजूदा सरकार अल्पमत में आ गई है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। राष्ट्रपति शासन लागू कर चुनाव कराने चाहिए।उधर, भाजपा की पूर्व सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) ने भी राज्यपाल को लेटर लिखकर सैनी सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग की है।पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा-’’ 2 महीने पहले बनी सरकार अल्पमत में चली गई है। उनको सपोर्ट करने वाले 1 भाजपा और एक निर्दलीय ने इस्तीफा दे दिया। 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है। जजपा ने खुलकर कहा है कि अगर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आता है तो हम उसका समर्थन करेंगे। इसके लिए हमने गवर्नर को लिखित तौर पर भेजा है। जिसमें मांग की है कि संविधान के अनुसार फ्लोर टेस्ट की पावर गवर्नर के पास है। वह सरकार को सदन में बुलाकर फ्लोर टेस्ट के लिए आदेश दें।’’इस बीच भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने वाले पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान ने गवर्नर को समर्थन वापसी का पत्र सौंप दिया है। इससे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार अल्पमत में आ गई है।
दुष्यंत को सैनी का जवाब
दुष्यंत चौटाला के अल्पमत वाले आरोप पर सीएम नायब सिंह सैनी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि जरूरत पड़ी तो विश्वास मत फिर से हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को अल्पमत में देखने वाले ये तो देख लें कि उनके पास विधायक भी हैं या नहीं. उनका कहना है कि सरपंच सरकार से नाराज नहीं हैं और उनके पास विश्वास मत मौजूद है. अगर इसे साबित करना पड़ा तो वह इसके लिए भी तैयार हैं