नई दिल्ली। मातृभूमि व स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले भारत के शूरवीर योद्धा महाराणा प्रताप की जयंती पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके सम्मान में देश को जोशीला संदेश जारी किया है। पीएम ने साफ कहा है कि हम सभी महाराणा की परंपरा को मानने वाले लोग हैं। पीएम मोदी ने महाराणा प्रताप की जयंती पर वीडियो संदेश जारी किया है। इस वीडियो में पीएम मोदी ने कहा- उस नाम में क्या जादू होगा उस व्यक्तित्व में क्या ताकत है कि आज भी महाराणा प्रताप का नाम लेते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वो कैसा जीवन जी गए होंगे, किस प्रकार से जीवन को खपाया होगा कि 400 साल के बाद भी राणा प्रताप का नाम लेते ही जवानी उमड़ पड़ती है। वो कौन सा सामर्थ्य है, वो जीवन कि कौन सी आहूति है जो आज भी हमें प्रताप दे रही है। आगे का मार्ग प्रशस्त कर रही है। हमें ये सोचना होगा कि क्या कारण है कि महाराणा प्रताप का नाम लेते सिर झुकाने का मन करता है। हम उस परंपरा के हैं जो किसी को छेड़ते नहीं लेकिन किसी ने छेड़ा तो उसे छोड़ते भी नहीं। घास की रोटी खा सकते हैं लेकिन आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते है। ये संस्कार महाराणा प्रताप ने हमें दिए हैं। महाराणा प्रताप मेवाड़ के राणा उदय सिंह और महारानी जयवंता बाई के पुत्र थे। उनका जन्म 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ के किले में हुआ था। साल 1572 में अपने पिता की मृत्यू के बाद महाराणा प्रताप ने मेवाड़ की राजगद्दी संभाली थी। इसके बाद उन्होंने कई वर्षों तक मुगलों और अकबर की सेना से लोहा लिया था। एक वक्त ऐसा भी आया था जब महाराणा प्रताप को जंगल में रहना पड़ा था। उन्होंने घास की रोटी खाई थी लेकिन अकबर के सामने झुकना स्वीकार नहीं किया था।
पीएम के प्रस्तावक के लिए 18 लोगों की फाइनल सूची भेजी गई दिल्ली, 4 पर जल्द लगेगी मुहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन में प्रस्तावकों की फाइनल 18 लोगों की सूची तय कर दी दिल्ली भेज दी गई है। इसमें से चार लोगों के नाम का चयन अब दिल्ली से होना है। यह लोग प्रधानमंत्री के नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे। फिलहाल उन्नितशील किसान चंद्रेशखर, गायिका सोमा घोष, प्रो. राजेश्वर आचार्य और राजेंद्र प्रसाद चौरसिया के नाम की चर्चा है। एक सप्ताह पहले तक भाजपा ने 50 लोगों के नाम के नाम तय कर शीर्ष नेतृत्व से चर्चा की थी। उसमें से आधे से अधिक नामों की कटौती कर दी गई। अब 18 लोगों के नाम फाइनल कर उस सूची को भेजा गया है। इसमें संगीतज्ञ, पद्मश्री, पदमभूषण, कृषि, व्यापारी और नाविकों से जुड़े नाम शामिल हैं। इन सभी 18 लोगों से भाजपा के स्थानीय लोगों ने संपर्क कर लिया है और उन्हें बता दिया गया है कि उनका नाम प्रस्तावकों की सूची में भेजा गया है। अंतिम चयन दिल्ली से होना है। 12 मई की शाम तक उन्हें बता दिया जाएगा और 14 मई को नामांकन में उन्हें शामिल होना है।नरेंद्र मोदी के 2014 और 2019 के नामांकन के दौरान रहे प्रस्तावक कभी रिपीट नहीं हुए। हर बार अलग-अलग प्रस्तावकों का चयन किया गया था। साल 2014 के प्रस्तावकों में महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र गिरिधर मालवीय, शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, नाविक भद्रा प्रसाद निषाद और बुनकर अशोक कुमार थे।वहीं 2019 के चुनाव में प्रस्तावकों में साइंटिस्ट रमाशंकर पटेल, मदन मोहन मालवीय की मानस पुत्री अन्नपूर्णा शुक्ला, जगदीश चौधरी (डोमराजा) और पार्टी के सबसे पुराने कार्यकर्ताओं में शुमार सुभाष गुप्ता शामिल रहे थे।