ओटावा/नयी दिल्ली । कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने हिंसा को बढ़ावा देने वाले खालिस्तानियों के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया है। श्री लेब्लांक ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट किया, ‘’इस सप्ताह, वैंकूवर में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने वाली तस्वीरें और खबरें थीं। कनाडा में हिंसा को बढ़ावा देना कभी भी स्वीकार्य नहीं है।’’ भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने भी श्रीमती गांधी के हत्यारों का महिमामंडन करने वाले खालिस्तानियों की आलोचना की। सांसद ने कनाडा में कानून प्रवर्तन एजेंसियों से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि खालिस्तानी अपनी हरकतों से कनाडा में हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं और उनमें डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। सांसद ने कहा, ‘’वैंकूवर में खालिस्तान समर्थक का भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के गोलियों से छननी शरीर और हत्यारा बने अंगरक्षकों की बंदूकें पकड़े हुए पोस्टर देखाने के मतलब यह है कि वे फिर से हिंंदू-कनाडाई लोगों में हिंसा का डर पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। इस तरह की धमकियाँ कुछ साल पहले और कुछ महीने पहले ब्रैम्पटन में सिख फॉर जस्टिस के पन्नू ने दी थी, उसने ङ्क्षहदुओं से भारत वापस जाने के लिए कहा था।’’ उन्होंने कहा, मैं फिर से कनाडा में कानून प्रवर्तन एजेंसियों से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान करता हूं। कनाडाई समाचार आउटलेट मीडिया बेजिरगन ने बताया कि कनाडा में खालिस्तानी लॉबी, विश्व सिख संगठन से जुड़े सांसदों के माध्यम से, मांग कर रही है कि श्रीमती गांधी की हत्या के बाद 1984 के सिख विरोधी दंगों को’’नरसंहार’’के रूप में मान्यता दी जाए।