मंगलुरु
दक्षिण कन्नड़ जिला स्कूल शिक्षा निदेशक के एक हालिया निर्देश ने गैर-शैक्षणिक गतिविधियों के लिये स्कूल के मैदानों के उपयोग पर रोक लगा दी है, जिससे कृष्ण जन्माष्टमी और गणेशोत्सव त्योहारों से कुछ दिन पहले एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सोलह जुलाई को जारी परिपत्र में गैर-शैक्षणिक उद्देश्यों के लिये स्कूल के मैदानों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे हिंदूवादी संगठनों और समुदाय के नेताओं में व्यापक आक्रोश फैल गया। यह निर्देश सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा। इसमें कहा गया है कि स्कूल परिसर का उपयोग किसी भी गैर-शैक्षणिक गतिविधियों के लिये नहीं किया जाना चाहिये। इसके अलावा, सर्कुलर स्कूलों को सलाह देता है कि वे ऐसी गतिविधियों की मंजूरी के लिये कोई प्रस्ताव प्रस्तुत न करें और चेतावनी दी है कि किसी भी उल्लंघन के लिये स्कूल प्राचार्यों को जिम्मेदार ठहराया जायेगा। ङ्क्षहदूवादी संगठनों ने निर्देश के समय और निहितार्थ पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। वर्षों से, गणेशोत्सव और जन्माष्टमी समारोह जैसे सामुदायिक कार्यक्रम उचित अनुमति के साथ स्कूल के मैदान में आयोजित किये जाते रहे हैं। नये प्रतिबंध को इन पारंपरिक उत्सवों पर सीधे हमले के रूप में देखा जा रहा है।