मॉस्को। रूस ढाई सालों से यूक्रेन के साथ जंग में उलझा हुआ है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक ये देश सैनिकों की कमी से जूझ रहा है इसलिए वह लोगों को सेना में भर्तियों के लिए नए ऑफर दे रहा है। इसके लिए सेना में शामिल होने से पहले ही सैनिकों को 18 लाख रुपए दी जा रही है।मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने आधिकारिक बयान जारी कर शहर के रहने वालों को सेना में भर्ती होने पर एक बार में 1.9 मिलियन रूबल (लगभग 18,41,697 रुपये) का बोनस देने की घोषणा की है। नए सैनिकों के ज्वॉइनिंग के पहले साल में 49 लाख की सैलरी देने का वायदा किया गया है।इतना ही नहीं, अगर जंग में कोई घायल होता है तो उसे इलाज के लिए 4 से 9 लाख के बीच नकद दिए जाएंगे। अगर यूक्रेन से लड़ते हुए कोई सैनिक मारा जाता है तो परिवार को 28 लाख दिए जाएंगे। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने 12 जुलाई को बताया था कि इस साल मई से जून के बीच यूक्रेन जंग में 70 हजार से ज्यादा सैनिक या तो मारे जा चुके हैं या फिर घायल हैं। इनमें से ज्यादातर की मौत यूक्रेन के खार्किव में हुई है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है, सोशल मीडिया पर ड्रोन के वीडियो आ रहे हैं जिनमें रूसी सैनिक यूक्रेनी सेना के खिलाफ भयंकर लड़ाई में मारे जा रहे हैं या बुरी तरह घायल हो रहे हैं।CNN ने पिछले साल दिसंबर मे अमेरिकी संसद को दी गई खुफिया जानकारी के हवाले से बताया कि जंग के शुरुआती दिनों में रूस के जितने सैनिक और टैंक लगे थे, उसमें से उन्होंने 87% सैनिकों और दो-तिहाई टैंकों को खो दिया।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने पिछले साल दिसंबर में देश की सेना में सैनिकों की संख्या 1 लाख 70 हजार बढ़ाने की बात कही थी। रूस अपनी सेना में 22 लाख से ज्यादा एक्टिव सैनिक करना चाहता है। यूक्रेन के साथ जंग के बाद रूस ने अपनी सेना में 15% की वृद्धि की है। अब ये दूसरा बड़ा विस्तार है, जिसके लिए रूस मोटी रकम खर्च कर रहा है। इसी के तहत उसने 15,000 नेपालियों की भर्ती की है।पहचान न जाहिर करने की शर्त पर एक नेपाली सैनिक ने बताया कि अभी रूस की सेना में अफगानिस्तान, भारत, कांगो और मिस्र के सैनिक ट्रेनिंग ले रहे हैं। 24 फरवरी 2022 को शुरू हई रूस-यूक्रेन जंग को 2 साल से ज्यादा समय बीत चुका है।