सुल्तानपुर (उप्र)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मानहानि के एक मामले में शुक्रवार को सुल्तानपुर की सांसद-विधायक अदालत में पेश हुए और अपना बयान दर्ज कराया। राहुल शुक्रवार सुबह सुल्तानपुर पहुंचे और यहां की सांसद-विधायक अदालत में पेश हुए। बयान के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने आज तक किसी के खिलाफ कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया जिससे मानहानि का कोई मामला बने। अदालत ने मामले में अगली सुनवाई 12 अगस्त तय की है। राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने बताया कि राहुल गांधी ने अदालत में विशेष जज शुभम वर्मा के समक्ष कहा कि मेरे खिलाफ जो वाद कोर्ट में दायर किया गया है, वह सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए किया गया है। शुक्ल ने कहा कि अब आगे की कार्वाई के लिए अदालत ने 12 अगस्त की तिथि नियत की है। अब वादी के अधिवक्ता की तरफ से साक्ष्य पेश किया जाएगा। भाजपा के स्थानीय नेता विजय मिश्र ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बेंगलुरु में 2018 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए चार अगस्त 2018 को मानहानि का मामला दर्ज कराया था। अदालत ने इस मामले में राहुल को 20 फरवरी को जमानत दे दी थी।
मोची की दुकान पर पहुंचे राहुल गांधी
राहुल गांधी गृहमंत्री अमित शाह मानहानि केस में शुक्रवार को सुल्तानपुर कोर्ट पहुंचे। लौटते वक्त राहुल ने अचानक अपना काफिला एक मोची की दुकान पर रुकवा लिया। गाड़ी से उतरकर राहुल मोची राम चैत की दुकान पर पहुंचे। चप्पल की सिलाई की। उनसे पूछा कि जूते कैसे बनाते हो।करीब 5 मिनट तक राम चैत से बातचीत के बाद राहुल वहां से निकल गए। राम चैत ने राहुल से कहा-मैं गरीब हूं। थोड़ी मदद कीजिए। मोची राम चेत ने बताया कि वह कांग्रेस नेता के अपनी दुकान पर आने से प्रसन्न और हतप्रभ थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बिना किसी पूर्व सूचना के लगभग आधे घंटे तक उनकी दुकान पर रुके और उनके परिवार और उनके काम में आने वाली समस्याओं की जानकारी ली। रामचेत ने बताया कि उन्होंने राहुल गांधी को शीतल पेय की पेशकश की और दोनों ने साथ शीतल पेय पिया और बातचीत की।