नई दिल्ली (वी.एन.झा)। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को बजट पर चर्चा के दौरान संसद में अग्निवार का मुद्दा उठाया। गांधी ने अग्निवीर मामले में सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के आरोप पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी राष्ट्रीय सुरक्षा और अग्निपथ योजना जैसे संवेदनशील मुद्दे पर देश को गुमराह कर रहे हैं।राहुल गांधी की टिप्पणी के तुरंत बाद लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने बजट के बारे में कई गलतफहमियां फैलाने की कोशिश की है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बहस के जवाब में अपनी बात रखेंगी।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे और अग्निपथ योजना के बारे में देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे जवान देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा का बहुत संवेदनशील मुद्दा है। अग्निवीर मुद्दे पर देश को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मैं बयान देने को तैयार हूं।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सदन में सरकार पर अग्निवीर मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को बताया था कि अग्निवीर शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया था। मगर यह केवल बीमा भुगतान था, मुआवजा नहीं।
भारत में बीते 5 साल में 528 हाथियों की मौत
भारत में बीते 5 सालों में 528 हाथियों की मौत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें करंट के कारण हुईं। इसके अलावा अवैध शिकार, जहर, ट्रेन हादसे में हाथियों की मौत शामिल है। सोमवार (29 जुलाई) को केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने संसद में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 392 हाथियों की मौत बिजली के झटके से हुई और 73 की मौत ट्रेन दुर्घटनाओं में हुई है।ओडिशा में 71, असम में 55, कर्नाटक में 52, तमिलनाडु में 49, छत्तीसगढ़ में 32, झारखंड में 30 और केरल में 29 हाथियों की मौत बिजली के झटके से हुई। असम और ओडिशा में ट्रेन दुर्घटनाओं में 22 और 16 हाथियों की मौत दर्ज की गई।शिकारियों ने ओडिशा में 17, मेघालय में 14 और तमिलनाडु में 10 हाथियों को मार डाला। असम में दस, छत्तीसगढ़ में दो और पश्चिम बंगाल में एक हाथी को ज़हर देकर मार दिया गया। लोकसभा में पेश किए गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2017 में की गई आखिरी हाथी जनगणना के अनुसार भारत में 29,964 हाथी हैं। जो उनकी वैश्विक आबादी का लगभग 60 प्रतिशत है।
राहुल गांधी को ट्यूशन लेने की जरूरत: धर्मेंद्र प्रधान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में भाषण के दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधा. इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट की हलवा सेरेमनी का पोस्टर दिखाया. इसे लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके राहुल गांधी पर पलटवार किया है. X पर किए पोस्ट में धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, ‘नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज लोकसभा में बजट पर चर्चा के समय का इस्तेमाल फिर अपनी नकारात्मक राजनीति के लिए किया है. कांग्रेस पार्टी द्वारा इरादतन रूप से बार-बार सदन की गरिमा को गिराने का काम किया गया है.’धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, ‘नेता प्रतिपक्ष होने के नाते पहले श्री राहुल गांधी जी को सदन की मर्यादा में रहकर कैसे वक्तव्य दिया जाता है, इसकी ट्यूशन लेने की आवश्यकता है. चुनावी सभा और संसद में भाषण देने में अंतर होता है, आज फिर राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस की अपरिपक्वता देश की जनता के सामने उजागर हुई है.’शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पोस्ट में राहुल गांधी को नसीहत भी दे दी. उन्होंने लिखा, ‘नेता प्रतिपक्ष को सदन की नियमावली को ठीक से समझकर उसके अनुसार आचरण करने की जरूरत है. सदन देशहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए है, अपनी राजनीति के लिए संसद की पवित्र गरिमा का मजाक उड़ाया जाना निंदनीय है.उन्होंने लिखा, ‘विपक्ष हमेशा संविधान की फोटो दिखाता है, लेकिन इनकी शैली शुरू से ही संविधान को अपमानित करने की रही है, ये लोग सबसे बड़े संविधान विरोधी है.’ बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने सोमवार (29 जुलाई) को भाषण के दौरान हलवा सेरेमनी की फोटो दिखाए जाने की अपील की थी. हालांकि, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें अनुमति नहीं दी.पोस्ट में धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, ‘चाहे देश के दलितों की बात हो, गरीबों की बात हो, किसानों की बात हो, छात्रों की बात हो, खिलाड़ियों की बात हो, मध्यम वर्गीय परिवारों की बात हो, कांग्रेस की इनके प्रति क्या सोच रही है, उसे देश भली-भांति जानता है. वर्षों तक कांग्रेस ने देश को परिवारवाद, भ्रष्टाचार, आतंकवाद एवं कुशासन जैसे चक्रव्यूह में अटकाए रखा, जिससे देश को 2014 में माननीय प्रधानमंत्री जी ने मुक्त किया है।