नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गत 30 जुलाई को केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद आई आपदा का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाया और केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने, लोगों को दिया जाने वाला मुआवजा बढ़ाने तथा समग्र पुनर्वास पैकेज प्रदान करने की मांग की। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए यह भी कहा कि वायनाड में यह देखना सुखद था कि पीड़ितों की मदद के लिए विभिन्न विचारधारा और समुदायों के लोग आगे आए। उन्होंने कहा, मैंने अपनी बहन (प्रियंका गांधी वाद्रा) के साथ कुछ दिन पहले वायनाड का दौरा किया और अपनी आंखों से आपदा के बाद भयावह विनाश और पीड़ा के मंजर को देखा। करीब दो किलोमीटर तक पहाड़ ढह गया तथा चट्टानों एवं गाद का अंबार लग गया। उन्होंने कहा कि इस आपदा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और बड़ी संख्या में लोग लापता हैं। गांधी ने कहा कि आपदा के बाद कुल मिलाकर 400 से ज्यादा लोगों की मृत्यु की आशंका है। वायनाड के पूर्व लोकसभा सदस्य गांधी ने इस आपदा की स्थिति में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), सेना, नौसेना, तटरक्षक, जिला प्रशासन, वन विभाग और दमकल विभाग के बचाव और राहत कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने इस त्रासदी से निपटने के लिए तमिलनाडु, कर्नाटक तथा तेलंगाना राज्यों की ओर से की गई मदद की भी सराहना की। गांधी ने कहा, यह देखना भी सुखद रहा कि सभी समुदाय, सब लोग पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए। विभिन्न विचारधाराओं के लोग मदद के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के कारण मुख्य मार्ग कटने से बचाव दलों को आपदा प्रभावित स्थानों तक पहुंचने में अत्यंत कठिनाई आई। कांग्रेस सांसद ने कहा, यह बहुत बड़ी आपदा थी। इसलिए मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वायनाड के लिए समग्र पुनर्वास पैकेज में सहयोग करे, जिसमें आपदा से निपटने के लिए अवसंरचना निर्माण और प्रभावित समुदायों की मदद शामिल हो। उन्होंने कहा, मैं केंद्र सरकार से यह अनुरोध भी करता हूं कि पीड़ितों को जो मुआवजा दिया जा रहा है, उसे बढ़ाया जाए और वायनाड भूस्खलन की घटना को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे में मारे गए हर व्यक्ति के निकट परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। राहुल गांधी ने कहा, मैंने अनेक आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है लेकिन इस आपदा में यह देखना अत्यंत दुखदाई रहा कि अनेक मामलों में परिवारों में केवल एक सदस्य जीवित बचा है। उन्होंने कहा कि वह वायनाड के लोगों की बात उठाने के लिए इस सदन को भी धन्यवाद देते हैं।