- टिकट कटा तो सावित्री जिंदल ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया
चंडीगढ़ । हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार देर शाम को 67 कैंडिडेट की लिस्ट जारी की थी। लिस्ट आते ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई है। कई पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर ही इस्तीफा दे दिया। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रणजीत सिंह ने टिकट न मिलने के कारण नाराजगी जताई है और रानियां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है।रणजीत सिंह को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने डबवाली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। रणजीत सिंह ने स्पष्ट किया कि वह हर हाल में रानियां विधानसभा से ही चुनाव लड़ेेंगे।रणजीत सिंह ने आगामी चुनाव में अपनी ताकत दिखाने के लिए रोड शो करने की योजना बनाई है। उनका यह कदम उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर स्पष्टता दर्शाता है और चुनावी मैदान में उनकी सक्रियता को भी दर्शाता है।आपको बता दें कि रणजीत सिंह पहले निर्दलीय विधायक थे। फिर बीजेपी को समर्थन देकर मंत्री बन गए। इसके बाद बीजेपी ने रणजीत सिंह चौटाला को पार्टी में शामिल कर हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़वाया, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। वहीं, गुरुवार सुबह देश की चौथी सबसे अमीर महिला सावित्री ने भी बगावत कर दी है। भाजपा से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।सावित्री जिंदल ने समर्थकों से कहा- मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं। मैं चुनाव न लड़ने के बारे में बोलने के लिए दिल्ली से वापस आई थी, लेकिन आपका प्यार और विश्वास देखकर मैं चुनाव लड़ूंगी। सावित्री मशहूर उद्योगपति और कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां हैं। हिसार सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से होगा।