डॉ. पारूल महेता सहित सुरेन्द्र दवे, कौशिक कुमार, प्रा. डॉ. हिना कीकाणी, डॉ. एमके मोलीया एवं डॉ. आर.ए. चोटलिया के व्याख्यान होंगे, कंठस्थ संस्कृत सुलेखन स्पर्धा के विजयी प्रतिभागियों का सम्मान समारोह 5 अक्टूबर को होगा
राजकोट। स्वामी प्रणवानंदजी संस्कृत प्रचार ट्रस्ट के तत्त्वावधान में स्वामी प्रणवानंदजी की अध्यक्षता में नवरात्रि व्याख्यानमाला का 5 दिवसीय आयोजन कल 3 अक्टूबर से होगा। कार्यक्रम के पहले दिन 3 अक्टूबर को महाभारत की शक्ति गंगा एवं हिडिंबा विषय पर प्रा. डॉ. पारूलबेन महेता वक्तव्य देंगी। 4 अक्टूबर को जगदंबा की कृपा एवं प्राचीन गरबा विषय पर सुरेन्द्र दवे, कौशिककुमार छाया का वक्तव्य, 5 अक्टूबर को दुर्गा शप्तशती में देवी महात्म्य विषय पर प्रा. डॉ. हिना कीकाणी का वक्तव्य, 6 अक्टूबर को विष्णु पुराण में देवी लक्ष्मी की महिमा विषय पर प्रा. डॉ. एमके मोलीया का वक्तव्य तथा 7 अक्टूबर को श्री सूक्त विषय पर प्रा. डॉ. आरए चोटलिया का वक्तव्य होगा। यह व्याख्यान शाम 5.30 से 6.30 बजे तक होंगे। कार्यक्रम के दौरान नयनाबेन जोशीपुरा, जनार्दन पंडï्या, कौशिक छाया, प्रा. डॉ. मिहिर जोशी तथा गोपालकृष्ण ट्रस्ट के ट्रस्टी, वक्ता, श्रोता एवं संस्कृत प्रेमी विद्वान उपस्थित रहेंगे। रुचि रखने वालों को कार्यक्रम में भगवती पराम्पा के गुणकीर्तन में सहभागी होने हेतु हार्दिक निमंत्रण दिया गया है। संस्था द्वारा पिछले 48 वर्ष से संस्कृत प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत विभिन्न व्याख्यानमालाओं तथा विभिन्न संस्कृत स्पर्धाओं का आयोजन होता है। 4 अक्टूबर को पूजन होगा। वहीं संस्था द्वारा दाताओं के सहयोग से हाल ही में कंठस्थ संस्कृत सुशोभित सुलेखन स्पर्धा का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रथम तीन क्रम पर आए छात्रों का सम्मान समारोह शनिवार 5 अक्टूबर को शाम 5.30 बजे से 6.30 बजे तक नवरात्रि व्याख्यानमाला के दौरान गोपालकृष्ण ट्रस्ट तथा प्रणवानंदजी संस्कृत प्रचार ट्रस्ट के ट्रस्टियों, वक्ताओं, श्रोताओं की उपस्थिति में आयोजित होगा। जिसमें प्राथमिक विभाग में प्रथम कटारिया कृपा पीवी मोदी, द्वितीय विवान शेठ-सिस्टर निवेदिता तथा व्योमा वागडिया वीजे मोदी, तृतीय गांधी देवांशी पीवी मोदी, चावड़ा भार्गवी आरएच कोटक तथा लीला दक्ष एलजी धोलकिया तथा माध्यमिक में प्रथम सरेलिया राजवी पीवी मोदी, द्वितीय कृष्ण मेहता इनोवेटिव स्कूल एवं तृतीय गणात्रा चार्मी एसजी धोलकिया और कॉलेज स्तर एवं दवे स्तृति रहे। प्रा. डॉ. हिना कीकाणी दुर्गा शप्तशती में देवी महात्म्य विषय पर वक्तव्य देंगी। जनार्दन पंड्या, कौशिक छाया, नयनाबेन जोशीपुरा प्रा. डॉ. मिहिरभाई जोशी, प्रा. डॉ. पारुल महेता प्रासंगिक उद्बोधन करेंगी।