तेहरान/तेल अवीव। लेबनान के दक्षिणी इलाके में इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी जमीनी लड़ाई में बुधवार (2 अक्टूबर) को इजराइली सेना 2 किमी अंदर मरून अल-रस गांव पहुंच गई है। BBC के मुताबिक, यहां इजराइली सैनिकों की हिजबुल्लाह के लड़ाकों से मुठभेड़ भी हुई।आमने-सामने की इस लड़ाई में अब तक इजराइल के 2 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 18 घायल हुए हैं। इजराइल लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजा में हमास, ईरान और यमन में हूतियों से लड़ाई लड़ रहा है। मंगलवार रात ईरान ने इजराइल पर 200 बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं। हालांकि, इजराइल के मुताबिक, ईरान ने उस पर 180 मिसाइलों से हमला किया था।इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि हमला मोसाद हेडक्वार्टर, नेवातिम एयरबेस और तेल नोफ एयरबेस को निशाना बनाकर किया गया था। ईरान की ज्यादातर मिसाइलों को इजराइल के डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया था।ईरान के हमले के बाद इजराइल ने UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस के इजराइल आने पर रोक लगा दी है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इजराइल के विदेश मंत्री ने कहा कि UN चीफ ने ईरान के हमलों की निंदा नहीं की, जिसके बाद यह फैसला लिया गया। इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में देश के सभी सिक्योरिटी चीफ्स के साथ बैठक की। बैठक का मकसद ईरान के मिसाइल हमले का जवाब देने के लिए रणनीति तय करना था।इस मीटिंग में नेतन्याहू के साथ रक्षा मंत्री योव गैलेंट, मोसाद डायरेक्टर डेविड बार्निया, IDF चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हालेवी और शिन बेत के हेड रोनेन बार शामिल हुए। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजराइल पर मिसाइलें दागी हैं। NYT के मुताबिक, बुधवार दोपहर लेबनान से इजराइल पर 40 मिसाइलों से अटैक किया गया। इजराइली सेना ने कहा कि उन्होंने कुछ मिसाइलों को मार गिराया है। IDF ने माना है कि ईरान के हमले में कुछ मिसाइलें इजराइल के एयरबेस पर गिरीं। हालांकि, इजराइली सेना ने कहा है कि इस हमले में कुछ ऑफिस बिल्डिंग्स को नुकसान पहुंचा, लेकिन इजराइली एयरफोर्स पर इसका कोई असर नहीं हुआ। ईरान की कोई भी मिसाइल इजराइल के एयरक्राफ्ट या दूसरे एयरबेस को नुकसान नहीं पहुंचा पाई।