- भाजपा ने कांग्रेस और हुड्डा परिवार से जवाब मांगा
नई दिल्ली । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली में 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स की बरामदगी के मामले में मुख्य आरोपी तुषार गोयल को इंडियन यूथ कांग्रेस के आरटीआई सेल का चीफ बताते हुए कांग्रेस और हुड्डा परिवार से जवाब मांगा है।सुधांशु त्रिवेदी ने भाजपा मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद हुई है। इस मामले का मुख्य आरोपी और किंगपिन तुषार गोयल, ‘इंडियन यूथ कांग्रेस’ के आरटीआई सेल का चीफ है। उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में अभी तक नफरत के सामान तो दिख रहे थे, लेकिन अब नशे का सामान भी मिलने लगा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने तुषार गोयल के अपॉइंटमेंट लेटर को दिखाते हुए दावा किया कि इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी का भी जिक्र है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ तुषार गोयल की तस्वीरों को मीडिया को दिखाते हुए यह दावा भी किया कि जांच एजेंसियों को तुषार गोयल के मोबाइल में दीपेंद्र हुड्डा का नंबर भी मिला है। उन्होंने इस मामले में कांग्रेस से तीन सवाल पूछते हुए कहा कि देश को और हरियाणा की जनता को यह जानने का हक है कि कांग्रेस का ड्रग्स के इस मामले से क्या संबंध है।कांग्रेस पदाधिकारी के ड्रग्स तस्करी में शामिल होने से यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या इससे पहले भी इस तरह से पैसे आ चुके हैं? क्या इसके पैसे का इस्तेमाल हरियाणा के चुनाव में तो नहीं हो रहा था? ड्रग्स माफिया को कांग्रेस का पदाधिकारी बनाना, किसी समझौते का हिस्सा तो नहीं है कि अगर उनकी सरकार हरियाणा में सत्ता में आई तो पंजाब की तरह हरियाणा में भी ड्रग्स माफिया को खुली छूट दे दी जाएगी।कांग्रेस, हरियाणा के सबसे बड़े नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और युवा नेता दीपेंद्र हुड्डा को इसका जवाब देना चाहिए। कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि तुषार गोयल के साथ उसका सिर्फ राजनीतिक संबंध है या फिर व्यावसायिक संबंध हैं। उन्होंने कहा कि देश में भ्रम पैदा करने के लिए अनेक अंतर्राष्ट्रीय ताकतों और संस्थानों के साथ कांग्रेस पार्टी के संबंध उजागर होते रहे हैं।
लेकिन अब देश के युवाओं को सीधे नशे में धकेलने वाले इतने बड़े कांड के साथ कांग्रेस के आधिकारिक पदाधिकारी का सीधा संबंध उजागर होना, बहुत गहरे और खतरनाक संदेश देता है।