ईरानी कप में मुंबई के खिलाफ खेलते हुए अभिमन्यु ईश्वरन ने शानदार बल्लेबाजी की। हालांकि वे केवल 9 रन से अपना शतक पूरा करने से चूक गए। अभिमन्यु ईश्वरन। आपने ये नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा नहीं सुना होगा। लेकिन अगर उनके आंकड़े निकालकर देखेंगे तो पता चलेगा कि ये खिलाड़ी कौन है। इस वक्त ईरानी कप में वे अपना जलवा एक बार फिर से दिखा रहे हैं। ये बात और है कि वे मुंबई के खिलाफ अपना दोहरा शतक पूरा करने से चूक गए, लेकिन उन्होंने अपना काम कर दिया। अब बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी को उनके बारे में सोचना होगा। अगर वे जल्द ही भारतीय टीम के लिए खेलते हुए नजर आएं तो चौंकिएगा नहीं। अभिमन्यु ईश्वरन ने किया बड़ा कारनामा, डबल सेंचुरी से चूके फिर भी ठोकी दावेदारी ईरानी कप में मुंबई के खिलाफ खेलते हुए अभिमन्यु ईश्वरन ने शानदार बल्लेबाजी की। हालांकि वे केवल 9 रन से अपना शतक पूरा करने से चूक गए। अभिमन्यु ईश्वरन। आपने ये नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा नहीं सुना होगा। लेकिन अगर उनके आंकड़े निकालकर देखेंगे तो पता चलेगा कि ये खिलाड़ी कौन है। इस वक्त ईरानी कप में वे अपना जलवा एक बार फिर से दिखा रहे हैं। ये बात और है कि वे मुंबई के खिलाफ अपना दोहरा शतक पूरा करने से चूक गए, लेकिन उन्होंने अपना काम कर दिया। अब बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी को उनके बारे में सोचना होगा। अगर वे जल्द ही भारतीय टीम के लिए खेलते हुए नजर आएं तो चौंकिएगा नहीं। ईरानी कप में जब मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 500 से ज्यादा स्कोर बना दिया और सरफराज खान ने डबल सेंचुरी लगाई तो लगा कि अब शेष भारत के लिए ये मैच बचा पाना मुश्किल होगा। इसके बाद जब कप्तान रुतुराज गायकवाड और ईशान किशन जल्द आउट हो गए तो टीम पर संकट और भी गहरा गया। लेकिन तभी खड़े हुए अभिमन्यु ईश्वरन। उन्होंने मैच के तीसरे दिन पूरे दिन बल्लेबाजी की और इसके बाद चौथे दिन भी क्रीज पर टिके रहे। जब लगने लगा कि अब वे अपनी डबल सेंचुरी पूरी कर लेंगे, तभी आउट हो गए। अभिमन्यु ईश्वरन ने अपनी पारी के दौरान 292 बॉल का सामना किया और 191 रनों की दमदार पारी खेली। उनके बल्ले से इस दौरान 16 चौके और एक आसमानी छक्का भी आया। लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे कि वे नौ और रन नहीं बना सके। हालांकि इससे पहले वे प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दोहरा शतक ठोक चुके हैं, लेकिन अगर इस मैच में भी वे ये कमाल करते तो इससे बेहतर और क्या हो सकता था। अभिमन्यु ईश्वरन के प्रथम श्रेणी आंकड़े लाजवाब हैं। उन्होंने अब तक 97 मैच खेलकर सात हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। उनका औसत 48.44 का है। उन्होंने अब तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 25 शतक और 29 अर्धशतक लगाए हैं। इतने शानदार आंकड़ों के बाद भी वे अब तक भारत के लिए टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं, इसका कारण शायद ये भी हो सकता है कि वे ज्यादा लाइमलाइट में नहीं रहते हैं। इस बड़े शतक से ये भी लगने लगा है कि इस साल के आखिर में जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगी तो वे तीसरे ओपनर हो सकते हैं।