- राहुल की 8 रैलियां-रोड शो 11 सीटें जिताने में कामयाब
- छोटी पार्टियों से वोटरों की तौबा : जजपा 10 से 0, कांडा-कुंडू का पत्ता साफ; AAP का खाता नहीं खुला
चंडीगढ़
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 और कांग्रेस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने जिन 14 सीटों पर रैली की थी, वहां भाजपा 7 सीटें जीतने में कामयाब रही।हालांकि, बात करें अकेले PM मोदी की तो उन्होंने सोनीपत, कुरूक्षेत्र, हिसार और पलवल में कुल 4 रैलियां कर यहां की 20 सीटों पर प्रभाव छोड़ा और 11 सीटें भाजपा के खाते में डाली। इस हिसाब से उनकी रैलियां 55% सक्सेज रहीं।वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा के 8 जिलों महेंद्रगढ़, नूंह, सोनीपत, झज्जर, कुरुक्षेत्र, अंबाला, करनाल और हिसार में 8 रैलियां और रोड शो किया। इन कार्यक्रमों में राहुल ने 33 सीटें कवर कीं, जिनमें से 11 सीटें कांग्रेस ने जीतीं। उनका सक्सेज रेट 33% रहा।बहादुरगढ़ से गोहाना तक 5 विधानसभा सीटों में निकले राहुल गांधी के रोड शो से कांग्रेस को कोई सफलता नहीं मिली। यहां कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई।हालांकि, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की जोड़ी का असर दिखा। इस जोड़ी ने नारायणगढ़ से थानेसर के बीच रोड शो निकाला। इस रोड शो के बीच में आने वाली 4 में से 3 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। प्रियंका ने रोड शो के अलावा 2 रैलियां की, जिसमें कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की। हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार छोटी पार्टियों का जादू नहीं चला। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) 2 सीटें जीतने में कामयाब रही। 2019 में 10 सीट जीतने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) इस बार जीरो पर सिमट गई। उचाना में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला तो पांचवें स्थान पर आए। राज्य में 90 सीटों पर पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (AAP) भी अपना खाता नहीं खोल पाई।हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) की भी यही स्थिति रही। सिरसा में गोपाल कांडा चुनाव हार गए। 2019 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पार्टी से जीत दर्ज की थी। महम से पूर्व विधायक बलराज कुंडू की हरियाणा जनसेवक पार्टी (HJP) पहले ही विधानसभा चुनाव में ध्वस्त हो गई।