भारत के लिए 9 अक्टूबर की रात काफी दुखदायी रही. दरअसल, बीती रात देश ने अपने सबसे परोपकारी उद्योगपति रतन नवल टाटा को खो दिया. रतना टाटा का निधन 86 वर्ष की उम्र में मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में हुआ. रतना टाटा अपने परोपकार और हर क्षेत्र में अपनी सेवाएं देने के लिए पूरी दुनिया में मशहूर थे. भारत के विकास के लिए रतन टाटा हमेशा पहली पंक्ति में खड़े रहते थे. रतना टाटा खेलों को भी बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाते रहे हैं. जी हां, रतन टाटा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि बीसीसीआई का ऐसे वक्त में साथ दिया था जब बीसीसीआई की हर ओर आलोचना हो रही थी. दरअसल, भारत में खेली जाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग यानि आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर चीन की कंपनी वीवो हुआ करती थी. भारत और चीन के बीच जब सीमा पर विवाद शुरू हुआ था तो उस वक्त कई चीनी कंपनियों को भारत में बैन कर दिया गया था. उस वक्त भी आईपीएल की स्पॉन्सरशिप वीवो के पास थी. क्रिकेट फैंस वीवो जैसी चीनी कंपनी को आईपीएल के स्पॉन्सरशिप के रूप में देख काफी नाराज था और फैंस बोर्ड की काफी आलोचना कर रहे थे. फैंस की लगातार नाराजगी को देखते हुए बीसीसीआई को वीवो को स्पॉन्सरशिप से हटाना पड़ा. वीवो के हटने के बाद बड़ी मुसीबत यह बन गई थी कि आखिर कौन आईपीएल का नया स्पॉन्सर बनेगा. बीसीसीआई इस वक्त काफी परेशानियों से घिरी हुई थी. बोर्ड की परेशानी को देख रतन टाटा की कंपनी टाटा एक बार फिर मदद के लिए आगे आई. रतन टाटा ने बीसीसीआई की परेशानियों को तुंरत दूर करते हुए आईपीएल का नया स्पॉन्सर बनने का फैसला किया. टाटा के इस फैसले की सबने जमकर तारीफ की. देश का गौरवशाली कंपनी टाटा साल 2028 तक आईपीएल में बतौर स्पॉन्सर जुड़ा रहेगा. ऐसे में फैंस आईपीएल के अगले सीजन को टाटा आईपीएल 2025 के नाम से ही जानेंगे. टाटा का नाम जब भी सामने आएगा रतना टाटा हर वक्त लोगों को याद आते रहेंगे.