33 जिला शाखा और 97 तालुका शाखा के साथ गुजरात रेड क्रॉस शाखा देश की सबसे श्रेष्ठ शाखा: समग्र भारत में सबसे ज्यादा ब्लड कलैक्शन और ब्लड डोनेशन गुजरात में होता है
गांधीनगर
राज्यपाल एवं इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी-गुजरात शाखा के प्रमुख एवं राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि रेड क्रॉस के साथ जुड़े समाज के अग्रणी महानुभाव मानवीय कर्तव्य का पालन कर, इस लोक और परलोक, दोनों को उन्नत कर रहे हैं। रक्तदान में समग्र देशभर में अग्रसर गुजरात रेडक्रॉस को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्रों का नेटवर्क विस्तृत कर रेड क्रॉस द्वारा ग्रामीण नागरिकों की अच्छी सेवा की जा रही है। आज इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी-गुजरात शाखा की वार्षिक साधारण सभा राजभवन-गांधीनगर में आयोजित हुई। सेवा का महत्व समझाते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि जिसने भी जन्म लिया है, उसकी मृत्यु निश्चित ही है। धन्य है वह लोग, जो जन्म और मृत्यु के बीच का समय सेवा में व्यतीत करते हैं। रेड क्रॉस के माध्यम से सेवा कार्य कर रहे लोग और राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग मिलकर समाज के स्वास्थ्य की चिंता कर रहे हैं। जरूरतमंद लोगों का सहारा बन रहे हैं। सेवाभाव से समाज का कल्याण कर रहे हैं। इससे बड़ा कोई पुण्य का कार्य हो नहीं सकता। मानवता की भलाई ही जीवन का परम लक्ष्य होना चाहिए, यही कल्याण का मार्ग है। राज्यपाल ने कहा कि स्वास्थ्य के प्रत्येक क्षेत्र में सेवा के लिए रेड क्रॉस अग्रणी है। रोगियों और जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए रेड क्रॉस तत्पर है परंतु लोग बीमार ही ना पड़ें, इसका खयाल रखने की आवश्यकता है। स्वच्छंदी और अनियमित जीवनशैली तथा खान-पान से बीमारी आती है। आहार की शुद्धता से ही शरीर और मन स्वस्थ-शुद्ध रहता है। शास्त्रों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जो हितकारी है, वही खाना चाहिए। शरीर और पेट को जितनी आवश्यकता हो, उतना ही खाना चाहिए और ऋतु के अनुसार खाना चाहिए। प्राकृतिक आहार की हिमायत करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग बढ़ेगा तो मांग खड़ी होगी और प्राकृतिक खेती का दायरा भी बढ़ेगा, तो लोगों का स्वास्थ्य भी सुधरेगा। आचार्य देवव्रत ने कहा कि रासायनिक खाद के अंधाधुंध उपयोग और हाईब्रिड बीज के कारण अनाज में 54 फीसदी पोषक तत्व रहे ही नहीं हैं। तो फिर अनाज, सब्जियों और फलों में कहां बचे होंगे? रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं के अत्यधिक उपयोग से भारत की भूमि का ऑर्गेनिक कार्बन दो से ढाई फीसदी था जो घटकर 0.2 से 0.4 रह गया है। कृषि वैज्ञानिकों का मत है कि इतने कम ऑर्गेनिक कार्बन वाली धरती वीरान- बंजर ही कहलाएगी। समग्र भारत की जमीन आज बंजर और अनुपजाऊ बन गई है। उन्होंने कहा कि केंचुए और मित्र कीट भूमि का ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ाते हैं। देसी गाय के गोबर-गौ-मूत्र से मित्र कीट और केंचुओं की वृद्धि होती है जो जमीन का ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ाते हैं। रासायनिक खेती से ग्लोबल वार्मिंग भी बढ़ रहा है। धरती-जल-स्वास्थ्य-गाय माता और किसानों को बचाना हो, तो प्राकृतिक खेती अपनानी होगी। राज्यपाल ने प्राकृतिक कृषि उत्पाद अपनाने का अनुरोध किया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अग्र सचिव धनंजय द्विवेदी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और रेड क्रॉस सोसायटी कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र का नेटवर्क विस्तृत करने में रेड क्रॉस को अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है आने वाले समय में सहयोग का दायरा बढ़ेगा और स्वास्थ्य विभाग तथा रेड क्रॉस साथ मिलकर जनता को और ज्यादा बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रयत्नशील रहेगा। इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी-गुजरात राज्य शाखा के चेयरमेन अजयभाई पटेल ने स्वागत सम्बोधन में कहा कि गुजरात में 33 जिला और 97 तालुका शाखा के साथ गुजरात रेड क्रॉस देश की सबसे श्रेष्ठ शाखा है। समग्र भारत में सबसे ज्यादा ब्लड कलैक्शन और सबसे ज्यादा ब्लड डोनेशन गुजरात में होता है। गुजरात रेड क्रॉस की तीन शाखाओं को एन.ए.बी.एच. का प्रमाण पत्र मिल गया है। रेड क्रॉस की प्रत्येक शाखा को यह प्रमाण पत्र मिल जाए, ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को महत्वपूर्ण दवाएं बिल्कुल सस्ती दर पर मिलें, इसके लिए राज्य में ज्यादा से ज्यादा प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र शुरु करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा सहकारी मंडली को भी जन औषधि केन्द्र बनाने में रेड क्रॉस मदद कर रहा है। अजयभाई पटेल ने कहा कि 33 जिलों में 33,000 स्वयंसेवकों की टीम तैयार करने के लिए रेड क्रॉस प्रयासरत है। यह स्वंयसेवक कुदरती या मानव सृजित किसी भी तरह की आपदा में सहायक बनेंगे। राज्य की प्राथमिक शालाओं में एक लाख बालक स्वयंसेवक के तौर पर तैयार हों, यह रेड क्रॉस का आयोजन है। धीरे-धीरे यह संख्या पांच लाख तक करने का आयोजन भी किया गया है। जरूरतमन्द व्यक्ति को एक घंटे में रक्त मिल जाए, ऐसी व्यवस्था के साथ कार्यरत रेड क्रॉस मानव सेवा का मन्दिर बन गया है। इस अवसर पर गुजरात में रेड क्रॉस को सहयोग प्रदान करने वाले महानुभावों, श्रेष्ठ कार्य करने वाले रेड क्रॉस की विभिन्न शाखाओं के व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों को राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सम्मानित किया। इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के उपाध्यक्ष डॉ. अजयभाई देसाई ने एजेंडा प्रस्तुत किया। अंत में आभार विधि कोषाध्यक्ष संजयभाई शाह ने की। रेड क्रॉस के जनरल सेक्रेटरी डॉ. प्रकाश परमार, जिला शाखाओं के पदाधिकारी और महानुभाव इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।