भावनगर
कोई भी संस्था विश्वास पर टिकी होती है। आने वाले वर्षों में शिशुविहार संस्था सौ वर्ष पूरे कर लेगी। ये वर्ष शिशुविहार के कार्यकर्ताओं की अटूट मेहनत और विश्वास का परिणाम हैं। आज देश, समाज और विश्व को मूल्य आधारित शिक्षा की आवश्यकता है। यह कहना है शिशुविहार संस्था के मानद मंत्री डॉ. नानकभाई भट्ट का, जिन्होंने 800 से अधिक लेख लिखे हैं। संचालन डॉ. मानसी त्रिवेदी ने किया एक चर्चा जिसमें भावनगर के सुप्रसिद्ध स्तंभकार, स्तंभकार डॉ. नानकभाई भट्ट ने लेखन के विभिन्न मानदंडों को कवर करते हुए अपनी रचना और अनुभव के बारे में बताया। जिसमें आज की सामाजिक व्यवस्था, मूल्य आधारित शिक्षा की आवश्यकता, लोकतंत्र एवं मनोविज्ञान, सृजन का सामाजिक जीवन पर प्रभाव, वर्तमान समय में कर्म सिद्धांत पर आधारित शिक्षा, स्वप्न जैसे कई मुद्दों पर रोचक संवाद हुआ। शिशु विहार के लिए पिछले 42 वर्षों से सामाजिक क्षेत्र में सेवाएं दे रहे और वर्तमान में शिशु विहार संस्था के मंत्री नानकभाई भट्ट से बातचीत में साहित्य, सृजन, काव्य, शिक्षा जैसे रोचक विषयों पर चर्चा हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।