- मोदी के ओबामा-बाइडेन और डोनाल्ड से व्यक्तिगत संबंध, इससे भारत को मदद
मुंबई
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रम्प की जीत के बाद भारत-अमेरिकी रिश्तों को लेकर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रविवार को कहा कि ट्रम्प की जीत दुनिया के कई देश चिंतित हैं, लेकिन भारत ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति बनने से चिंतित नहीं है।जयशंकर मुंबई में आदित्य बिड़ला ग्रुप स्कॉलरशिप प्रोग्राम के सिल्वर जुबली इवेंट में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा- ट्रम्प ने जीत के बाद विश्व के जिन 3 नेताओं से सबसे पहले बात की, मोदी उनमें से एक थे।जयशंकर ने कहा कि PM मोदी के कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ मजबूत व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। जब वे पहली बार वाशिंगटन डीसी गए, तब राष्ट्रपति ओबामा थे, फिर डोनाल्ड ट्रंप थे, फिर जो बाइडेन। उनके लिए यह बहुत नेचुरल है। वे वर्ल्ड लीडर्स से मजबूत व्यक्तिगत संबंध बना लेते हैं। इससे भारत को मदद मिलती है। दुनियाभर में भारत में हो रहे विकास की चर्चा हो रही है। भारत में हो रहे बदलावों को दुनिया देख रही है और तारीफ भी कर रही है। भारत में 75 नए एयरपोर्ट, 16 नए मेट्रो,
बेहतर नेशन हाईवे, अच्छी रेलवे यात्रा और यंग टैलेंट इसी बात का सबूत हैं।सरकार की नीतियों से व्यापार करना आसान: जयशंकर ने कहा- सरकार की नीतियां व्यापार करना आसान बना रही हैं। इससे लोगों का जीवन आसान बन रहा है। नीतियां नौकरशाही को कम कर रही हैं और नागरिक जागरूकता को मजबूत कर रही हैं। मानव संसाधन विकास में सुधार कर रही हैं। दुनिया एक कॉम्पिटिटिव प्लेस है और यहां भारत की जगह को मजबूत करने के लिए हमें अपनी नेचर को लगातार तेज करना होगा।मजबूत सप्लाई चेन बनानी बनानी होगी: दुनिया को सिर्फ कुछ जगहों पर निर्भर रहने के खतरे कोविड के दौरान समझ आए। प्रोडक्शन और बाजार पर एकाधिकार का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए भी हो सकता है। इसीलिए अब भरोसेमंद और मजबूत सप्लाई चेन बनाने की बात हो रही है। डिजिटल दुनिया में यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
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