नई दिल्ली
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में योगदान देने वाले सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. ये इस बात का संकेत है कि देश में औपचारिक क्षेत्र में रोजगार और कारोबार की संख्या बढ़ रही है. वित्त वर्ष 2023-24 में ईपीएफओ में मेंबर्स की संख्या 7.6 फीसदी बढ़कर 7.37 करोड़ हो गई है जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में ये 6.85 करोड़ मेंबर्स पर थी. श्रम मंत्रालय ने ये जानकरी और आंकड़े साझा किए हैं. इस दौरान कॉन्ट्रीब्यूशन करने वाली संस्थाओं की संख्या 6.6 फीसदी बढ़कर 7.66 लाख हो गई है. ईपीएफओ के मेंबर्स और इंस्टीट्यूट्स की बढ़ती संख्या से पता चलता है ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में कर्मचारियों को बेहतर जीवन स्तर मुहैया कराया जा रहा है जिससे उनकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. ईपीएफओ के कामकाज पर साल 2023-24 की सालाना रिपोर्ट के तहत इन सब आंकड़ों की जानकारी मिली है.