अगर यह स्थिति बनती है कि भारत या पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग नहीं लेने का फैसला करते हैं, तो यह आईसीसी के लिए बुरी खबर होगी। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करने के भारत द्वारा लिए गए निर्णय ने दोनों देशों के बीच तनाव को फिर से बढ़ा दिया है। टूर्नामेंट में भारत की भागीदारी को लेकर काफी चर्चा हो रही थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने रविवार को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को भारत के फैसले से अवगत करा दिया है। इससे पहले भारत ने अपने मैचों के लिए एक ‘हाइब्रिड’ मॉडल का सुझाव दिया था। एशिया कप 2023 की तरह भारत अपने मैच पाकिस्तान से बाहर खेलता, जबकि बाकी मैच पाकिस्तान में होते, लेकिन इसे पाकिस्तान ने अस्वीकार कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान विकल्पों की खोज कर रहा है जिसमें भारत के बिना टूर्नामेंट की मेजबानी करना या मेजबानी छीने जाने पर इसका बहिष्कार करना शामिल है। अगर यह स्थिति बनती है कि भारत या पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग नहीं लेने का फैसला करते हैं, तो यह आईसीसी के लिए बुरी खबर होगी। आईसीसी पहले ही 2027 तक प्रसारण अधिकार हासिल कर चुका है जो 3.2 अरब डॉलर है और अन्य साधनों से एक अरब डॉलर अतिरिक्त मिलने की उम्मीद है। दोनों टीमों के बड़ी फैन फॉलोइंग है और उनकी अनुपस्थिति दर्शकों की संख्या के साथ-साथ प्रतियोगिता की लोकप्रियता के लिए एक बड़ा झटका होगी। भारत आईसीसी के लिए सबसे ज्यादा राजस्व जुटाने वाला देश बना हुआ है, लेकिन पाकिस्तान की अनुपस्थिति भी इससे परेशानी का सबब बन सकती है। आईसीसी कार्यक्रम के मुताबिक, भारत 2024 और 2031 के बीच चार आईसीसी टूर्नामेंट्स की मेजबानी करेगा। इनमें 2025 में महिला विश्व कप, 2026 में टी20 विश्व कप, 2029 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और 2031 में वनडे विश्व कप शामिल है। अगर पाकिस्तान भारत के चैंपियंस ट्रॉफी से इनकार करने के बदले के रूप में आगामी प्रतियोगिताओं के लिए अपनी टीम नहीं भेजने का फैसला करता है, तो यह टूर्नामेंट के दर्शकों की संख्या के लिए बड़ा झटका होगा और इससे आईसीसी को करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है। दोनों टीमों ने राजनीतिक तनाव के कारण एक दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है और दोनों टीमों का सामना अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के दौरान ही होता है। यह इन दोनों के बीच मैच की लोकप्रियता को भारी बढ़ावा देता है और दर्शकों की संख्या इसे क्रिकेट प्रशंसकों के बीच एक स्पष्ट पसंदीदा बनाती है। क्रिकेट पाकिस्तान ने अपने एक बयान में आईसीसी को दलील देते हुए कहा था, ‘भारत-पाकिस्तान के मैच को 2023 विश्व कप के दौरान रिकॉर्ड तोड़ 173 मिलियन भारतीय टीवी दर्शकों और 225 मिलियन डिजिटल दर्शकों ने देखा था।’ ऐसे में किसी एक देश के वापस हटने से बड़ा नुकसान हो सकता है।