चेन्नई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लॉटरी किंग के नाम से मशहूर चेन्नई के सैंटियागो मार्टिन के खिलाफ धनशोधन से जुड़े विभिन्न मामलों की जांच के सिलसिले में कई राज्यों में छापे मारे। चुनावी बॉन्ड के जरिये राजनीतिक दलों को 1,300 करोड़ रुपये का चंदा देकर सुर्खियों में रहे मार्टिन, उनके दामाद आधव अर्जुन और अन्य सहयोगियों के कम से कम 20 परिसरों की तलाशी ली गई।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लॉटरी में धोखाधड़ी व अवैध बिक्री के मामलों में मार्टिन पर कई एफआईआर दर्ज हैं। इसी आधार पर गुरुवार सुबह ईडी ने उसके कारोबारी साम्राज्य के खिलाफ व्यापक कार्रवाई में तमिलनाडु के चेन्नई, कोयंबटूर, हरियाणा के फरीदाबाद, पंजाब के लुधियाना व प. बंगाल के कोलकाता में छापे मारे। मद्रास हाईकोर्ट ने हाल में ईडी को मार्टिन के खिलाफ जांच आगे बढ़ाने की अनुमति दी थी। मार्टिन का दामाद भारतीय बास्केटबॉल महासंघ का अध्यक्ष भी है। ईडी ने बीते वर्ष केरल में लॉटरी बिक्री में धोखाधड़ी कर सिक्किम सरकार को 900 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाने से जुड़े मामले में मार्टिन की करीब 457 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी। ताजा कार्रवाई मार्टिन के खिलाफ पुलिस की कई एफआईआर पर संज्ञान लेकर की गई। मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशन्स इंडिया प्रा.लि. सिक्किम लॉटरी की प्रमुख वितरक है। ईडी तमिलनाडु में इस लॉटरी किंग के खिलाफ 2019 से ही जांच कर रहा है। मार्टिन हाल ही में तब सुर्खियों में आया, जब चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चला कि उसकी कंपनी 2019 से 2024 के बीच राजनीतिक दलों को चंदे के लिए 1,300 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के चुनावी बॉन्ड की सबसे बड़ी खरीदार थी।बता दें कि मार्टिन कभी साधारण मजदूर के रूप में काम करता था। 13 साल की उम्र में लॉटरी के व्यवसाय में उतरा और साम्राज्य खड़ा कर दिया। उसका व्यवसाय ज्यादातर लॉटरी से जुड़ा रहा। वह मार्टिन ग्रुप ऑफ कंपनीज का फाउंडर और चेयरमैन भी है।
gujaratvaibhav.com