डॉ. कूरियन के बाद यह पुरस्कार पाने वाले दूसरे भारतीय बने
कलोल। उर्वरक उत्पादन के देश की अग्रणी इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यू.एस. अवस्थी को इंटरनेशनल कॉपरेटिव एलायंस की ओर से रोशडेल पायनियर्स अवार्ड से दिल्ली के भारत मंडपन में गत दिवस पुरष्कृत किया गया। श्वेत क्रांति (दुग्ध) के जनक डॉ. कूरियन के बाद यह पुरस्कार पाने वाले अवस्थी दूसरे भारतीय हैं। डॉ. यू.एस. अवस्थी के नेतृत्व में इफको भारत में सबसे बड़ा उर्वरक उत्पादक और विपणनकर्ता तथा प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के मामले में विश्व में सबसे बड़ी सहकारी संस्था बन गई है। डॉ. अवस्थी ने सम्मान प्राप्त करने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इस प्रतिष्ठित आईसीए पुरस्कार को पाकर कृतज्ञ और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि के दृष्टिकोण को दर्शाता है तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन और गतिशील नेतृत्व में इफको के असाधारण प्रयासों को दर्शाता है। हम भारत के सहकारी आंदोलन को वैश्विक मंच पर ऊपर उठाने के उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं। मैं इस मान्यता के लिए आईसीए और वैश्विक सहकारी बिरादरी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं, जो हमें वैश्विक स्तर पर सहकारी भावना को बनाए रखने और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है। डॉ. अवस्थी ने आगे कहा कि इफको ने नैनो डीएपी और नैनो यूरिया लिक्विड जैसे नैनो उर्वरकों के माध्यम से टिकाऊ कृषि को बढ़ावा दिया है, खेती के तरीकों में बदलाव किया है और पर्यावरण के अनुकूल समाधानों की मांग को पूरा किया है।