नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने श्रीलंका की नौसेना के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए अरब सागर से 500 किलो ड्रग्स जब्त की है। जब्त की गई ड्रग्स क्रिस्टल मेथ है, जिसे दो नौकाओं से जब्त किया गया। जब्त की गईं दोनों नौकाएं, उसमें सवार लोग और ड्रग्स श्रीलंका सरकार को सौंप दिए गए हैं, जहां उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि हाल के दिनों में देश में विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर ड्रग्स जब्त की गई है। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना के लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान और ड्रोन द्वारा श्रीलंकाई नौसेना से मिली जानकारी के आधार पर दोनों नौकाओं को रोका गया, जिनमें तलाशी के बाद भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुई। भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को बताया कि दोनों नौकाओं, चालक दल और जब्त नशीले पदार्थों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए श्रीलंकाई अधिकारियों को सौंप दिया गया है।श्रीलंकाई नौसेना के साथ संयुक्त कार्रवाई पर भारतीय नौसेना ने कहा, ‘यह अभियान दोनों देशों और नौसेनाओं के बीच विकसित होती गहरी साझेदारी और संबंधों की पुष्टि करता है। यह क्षेत्रीय समुद्री चुनौतियों से निपटने तथा हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दोनों नौसेनाओं के संयुक्त संकल्प का भी प्रतीक है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में चार आतंकवादी मारे गये
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों ने खुफिया जानकारी पर आधारित अभियान के दौरान चार आतंकवादियों को मार गिराया। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने गुरुवार को एक बयान में कहा है कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर प्रांत के खैबर जिले में अभियान चलाया।
तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान फेंगल को लेकर जारी किया गया हाई अलर्ट
चेन्नई। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र अगले छह घंटों में चक्रवाती तूफान फेंगल में बदल जाएगा और कल दोपहर तक तट से टकरायेगा। इसे लेकर तमिलनाडु में पूरी सरकारी मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग ने चेन्नई और आसपास के जिलों तथा कावेरी डेल्टा एवं अन्य जिलों में बहुत भारी बारिश का अनुमान लगाया है, इसलिए तमिलनाडु सरकार स्थिति से निपटने के लिए खुद को तैयार कर रही है।
अदाणी मामले पर MEA ने पहली बार दी प्रतिक्रिया, भारत सरकार को इस मुद्दे की जानकारी नहीं दी गई
नई दिल्ली। अमेरिकी अभियोजकों की ओर से उद्योगपति गौतम अदाणी पर लगाए गए आरोपों को लेकर विदेश मंत्रालय ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि गौतम अदाणी का मामला कानूनी है। इसमें निजी फर्म, व्यक्ति और अमेरिकी न्याय विभाग शामिल हैं। ऐसे मामलों के लिए कुछ तय प्रक्रिया और कानूनी रास्ते हैं। हमें विश्वास है कि इनका पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के बारे में भारत सरकार को पहले से सूचित नहीं किया गया था। हमने इस मामले पर अमेरिकी सरकार से कोई बातचीत भी नहीं की है। किसी विदेशी सरकार द्वारा समन/गिरफ्तारी वारंट की तामील के लिए किया गया कोई भी अनुरोध आपसी कानूनी सहायता का हिस्सा है। ऐसे अनुरोधों की योग्यता के आधार पर जांच की जाती है। हमें इस मामले में अमेरिकी पक्ष से कोई अनुरोध नहीं मिला है। यह एक ऐसा मामला है जो निजी संस्थाओं से संबंधित है और भारत सरकार इस समय कानूनी रूप से किसी भी तरह से इसका हिस्सा नहीं है। अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग में आरोप लगाया गया है कि भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी और अन्य ने भारत में सौर ऊर्जा के ठेके लेने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी।