– गुजरात आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ ने भी दर्ज कराई उपस्थिति
भावनगर
ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स ने 7 दिसंबर को दिल्ली के बीटी रणदिवे भवन में 22 राज्यों के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और हेल्पर नेताओं की उपस्थिति में ‘प्रारंभिक बाल विकास, बच्चों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के कानूनी अधिकार’ पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। सेमिनार का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अजय रोस्तोगी ने किया, जिन्होंने ऐतिहासिक ऐतिहासिक निर्णय दिया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972 को लागू करके ग्रेच्युटी की हकदार हैं। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त की कि सेवानिवृत्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को ग्रेच्युटी राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं देश का बहुत महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्य कर रही हैं, जो सबसे महत्वपूर्ण है देश के जरूरतमंद बच्चों और महिलाओं के लिए काम हो रहा है और इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और हेल्प कारो बधाई के पात्र हैं। इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्रनाथ राय, गुजरात के वरिष्ठ वकील एवं गुजरात आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरुण मेहता, देश की विशेषज्ञ अर्थशास्त्री दीपा सिन्हा ने मार्गदर्शक व्याख्यान दिया। इस सेमिनार के अवसर पर गुजरात आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के महासचिव कैलाशबेन, रोहित और उपाध्यक्ष नसीमबेन मकरानी ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अजय रोस्तोगी को शाल ओढाकर मोमेंटो भेंट किया।