भावनगर। कैलास गुरुकुल महुवा में ज्ञानसत्र के साथ लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेने का मौका मिला। गुजराती साहित्य परिषद की पहल पर मोरारीबापू की उपस्थिति में रास और भवई का आयोजन किया गया। सौराष्ट्र क्षेत्र का प्रसिद्ध रस और गुजरात का भवाई हमारी लोक सांस्कृतिक महानता है। महुवा में चार दिवसीय सेमिनार के दौरान शनिवार शाम को जेसिंगपरा, अमरेली मंडल द्वारा सुंदर रास और बोटाद द्वारा महाकाली भवाई मंडल द्वारा भवाई प्रस्तुत की गई। मोरारीबापू की मौजूदगी में इस रास और ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद साहित्यकारों एवं साहित्य प्रेमियों ने लिया।