मोडासा। मोडासा के पौराणिक श्री गोकुलनाथजी मंदिर में श्रीमद् गोकुलनाथजी प्रभुचरण का 474वां प्रागट्य मोहोत्सव मंदिर में बड़ी आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनहरभाई सेठ के अनुसार, मगशर सुद-6 की सुबह से ही ढोल-नगाड़े बज रहे थे। गोकुलेश प्रभु (दादाजी) ने ढोल नगाड़ों से उत्सव मनाया। धन धन छठ की रात सुहावनी उत्सव मैं वैष्णव भाई-बहनों ने मंदिर में बड़े पैमाने पर उपस्थित होकर कीर्तन किया और मनोरथी ने वैष्णवों को तिलक और प्रसादी वितरित की। आस्था एवं उत्साह अध्यक्ष मनहरभाई सेठ, मुखिया पवनभाई शर्मा ,महेंद्रभाई गांधी, राजू मामा और उत्सव समिति के सदस्यों ने प्रयास करके मोडासा को गोकुलमय बना दिया।