भावनगर
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की उपस्थिति में सिद्धाचल की पावन भूमि पालीताणा में आदि वीर छरी पालित संघ कार्यक्रम-धर्म सभा सम्पन्न हुई। मुख्यमंत्री की प्रेरक उपस्थिति में पालीताणा के जैन उपाश्रय नीलमविहार (कस्तूरबाधाम) में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आचार्य भगवंतश्री विजयरत्नचंद्र सूरीश्वरजी महाराज साहेब और आचार्य भगवंतश्री उदयरत्न सूरीश्वरजी महाराज साहेब का गुरुपूजन किया। इस अवसर पर आचार्य भगवंतश्री और जैन श्रेष्ठ ने मुख्यमंत्री का सम्मान किया और आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने दायित्व के बारे में सुनकर पहली बार शेत्रुंज्य तीर्थ क्षेत्र में आने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म का अर्थ है विजय का मार्ग, क्षमा का गुण जैन समाज से सीखना है। उन्होंने कहा कि जो क्षमा मांगता है वह वीर कहलाता है और जो क्षमा देता है वह महावीर कहलाता है। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि भगवान महावीर ने वर्षों पहले पर्यावरण संरक्षण की बात कही थी। उन्होंने पानी का उपयोग घी की तरह करने की सलाह दी। आज हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कैच द रेन’ संकल्प देकर वर्षा की बूंदों को मिट्टी में कैसे संग्रहित किया जाए, इसका विचार व्यक्त किया है। इस अवसर पर आचार्य भगवंतश्री विजयरत्नचंद्र सूरीश्वरजी महाराज साहब ने कहा कि हमारा गुजरात संतों और महंतों की पवित्र भूमि है। इसलिए गुजरात की सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध है। इसके अलावा आचार्य भगवंतश्री उदयरत्न सूरीश्वरजी महाराज साहब ने सामयिक व्याख्यान दिया। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल पूज्य आचार्य भगवंत के साथ परिचर्चा, धर्म सभा सहित कार्यक्रमों में शामिल हुए। छरी पालित संघ आयोजक आदि वीर परिवार, वीरबालाबेन नवीनचंद्र पारिख परिवार, राकेशभाई ध्रुव परिवार उपस्थित थे। उपधान तप आयोजक वीर सौभाग्य परिवार वीराबेन सौभागचंद अंगारा परिवार (धानेरा) (हिम्मतभाई आदि) उपस्थित थे। इस अवसर पर विधायक भीखाभाई बारैया, जिला कलेक्टर आर. के. मेहता, रेंज आईजी गौतम परमार, प्रभारी जिला विकास अधिकारी डी. एम. सोलंकी, पुलिस अधिकारी हर्षद पटेल, नेता महेंद्रसिंहजी सरवैया एवं नेता एवं जैन नेता उपस्थित थे।