भावनगर
भावनगर की नैमिषारण्य स्कूल ने अपना 13वां वार्षिक दिवस 21 दिसंबर को स्कूल परिसर में ‘इदम शिवमयम’ की थीम पर प्रस्तुत किया। द्वादश ज्योतिर्लिंग पर एक निष्कर्ष सृष्टि की रचना, स्थिति और संहार को संतुलित करने वाले भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग पर नजर, जो सृष्टि, स्थिति एवं सृष्टि के संहार को संतुलित करते हैं। इस विशाल कार्यक्रम में 600 से अधिक छात्रों ने भाग लिया जिसमें 12 ज्योतिर्लिंगों की गाथा को एक नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जीतूभाई वाघाणी विधायक भावनगर पश्चिम, पूर्व अध्यक्ष गुजरात भाजपा, पूर्व कैबिनेट मंत्री, गुजरात राज्य और संजीव श्रीवास्तव, सीओई सीबीएसई, अजमेर, हितेन्द्रसिंह पढेरिया डीईओ भावनगर, साथ ही शहर के श्रेष्ठजन, साधु-संतों ने उपस्थित होकर आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से अभिभावक मंत्रमुग्ध हो गये। नैमिषारण्य स्कूल न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता पर बल्कि भारतीय संस्कृतियों, परंपराओं और लोकाचार पर भी ध्यान केंद्रित करता है जो हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है। इस वार्षिक दिवस को न केवल सहयोग और बच्चों में इस विचार को विकसित करने के प्रयासों से बल्कि अनगिनत अन्य लोगों के संयुक्त प्रयासों से भी इतने भव्य से भव्य पैमाने पर आयोजित किया जा सकता है। इस वार्षिक कार्यक्रम की सफलता अमृतभाई पटेल और उनकी टीम के साथ-साथ स्कूल के प्रिंसिपल केबी पद्मसिंह के अथक प्रयासों के कारण रही। विद्यालय के प्रधानाचार्य पूज्य के.पी. स्वामीजी के मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों में उत्साह एवं उमंग का संचार किया