आणंद
आणंद के पास विद्यानगर और वड़ोदरा में विज़ा कंसल्टेंसी की ऑफिस खोलकर चार लोगों ने नडियाद के कणजरी गांव की एक महिला को विज़ा दिलाने का लालच देकर उससे 18.40 लाख रुपये लिए और फिर विज़ा नहीं दिलाया। महिला की नकली मार्कशीट और सर्टिफिकेट बनाकर धोखाधड़ी की गई है, इस संबंध में विद्यानगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है। नडियाद के कणजरी गांव की भाग्यश्रीबेन हिरणकुमार पटेल विदेश जाना चाहती थी, इसलिए उन्होंने उमरेठ के पास के लिंगडा गांव के और वड़ोदरा में रहने वाले विशालभाई पटेल से संपर्क किया। विशाल ने भाग्यश्रीबेन को विद्यानगर इस्कॉन मंदिर के पास शिव-शक्ति इमिग्रेशन ऑफिस में बुलाया, जहां भाग्यश्रीबेन अपने पति के साथ गईं। वहां विशाल पटेल और बाकरोल के ब्रिजेश पटेल ने चार साल के यूके के वर्क परमिट विज़ा और उनकी बेटी का डिपेंडेंट विज़ा दिलाने के लिए 25 लाख रुपये खर्च बताए। दंपत्ति ने सहमति दी और जरूरी दस्तावेजों के साथ 18 लाख रुपये की रकम किश्तों में चुका दी। बाद में उन्हें बताया गया कि ऑफर लेटर उन्हें बंद कवर में दिया जाएगा और उसके बाद विज़ा की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दंपत्ति ने भी ऐसा ही किया।