नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। अब लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) के तहत सरकारी कर्मचारियों की यात्रा के लिए उपलब्ध ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी गई है। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सरकारी कर्मचारी अब 385 प्रीमियम ट्रेनों में यात्रा कर सकते हैं, जिसमें 136 वंदे भारत, 97 हमसफर और 8 तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ 144 पहले से उपलब्ध उच्च-स्तरीय ट्रेनें जैसे राजधानी, शताब्दी और दूरंतो शामिल हैं। प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि सरकारी कर्मचारी पहले से ही 144 उच्च-स्तरीय ट्रेनों (राजधानी, शताब्दी और दूरंतो आदि) में एसी यात्रा का लाभ ले रहे थे। इस फैसले के साथ, देशभर में चल रही कुल 385 ट्रेनों में सरकारी कर्मचारी एलटीसी के तहत टिकट बुक कर सकते हैं। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा की गई इस घोषणा का उद्देश्य सभी केंद्रीय कर्मचारियों को विश्वस्तरीय यात्रा की सुविधान देना है। नई गाइडलाइंस के तहत, कर्मचारी अपने गृहनगर या भारत में किसी भी गंतव्य तक एलटीसी का इस्तेमाल करते हुए यात्रा कर सकते हैं। वंदे भारत, तेजस और शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों में लेवल 11 तक के कर्मचारी चेयर कार यात्रा कर सकते हैं। लेवल 12 और उससे ऊपर के कर्मचारी इन ट्रेनों में एग्जीक्यूटिव चेयर कार (Executive Chair Car) में यात्रा करने का मौका मिलेगा। राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में, जहां स्लीपर बर्थ वाले कोच हैं, लेवल 12 और उससे ऊपर के कर्मचारी एसी 1स्ट क्लास (AC 1st Class) में यात्रा कर सकते हैं। लेवल 6 से 11 तक के कर्मचारी एसी 2एनडी क्लास (AC 2nd Class) में यात्रा कर सकते हैं। लेवल 5 और उससे नीचे के कर्मचारी एसी 3आरडी क्लास (AC 3rd Class) में यात्रा करने के पात्र होंगे।
एलटीसी एक रियायती यात्रा सुविधा है, जिसके तहत सरकारी कर्मचारी चार साल के एक ब्लॉक पीरियड (Block Period) के दौरान अपने गृहनगर या भारत में किसी भी स्थान की यात्रा कर सकते हैं। कर्मचारी हर दो साल में दो बार अपने गृहनगर के लिए एलटीसी का दावा कर सकते हैं, या चार साल के भीतर गृहनगर और अन्य स्थानों के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। यह नई पहल सरकारी कर्मचारियों को आरामदायक और बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से लागू की गई है।