वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रम्प दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने गए। भारतीय समयानुसार सोमवार रात 10:30 बजे अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन रॉबर्ट ने बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ दिलाई। ट्रम्प से पहले उपराष्ट्रपति के तौर पर जेडी वेंस शपथ ली। बाइबिल पर हाथ रखकर कहेंगे- अमेरिकी संविधान की हिफाजत करूंगा। अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में तापमान माइनस 5 डिग्री सेल्सियस है। कड़कड़ाती ठंड के चलते 40 साल बाद राष्ट्रपति की शपथ संसद के अंदर रखी गई है। इससे पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन की शपथ कैपिटल हिल के अंदर हुई थी। सामान्य तौर पर राष्ट्रपति खुले मैदान नेशनल मॉल में शपथ लेते हैं। इधर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रम्प को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वे रूस-यूक्रेन और परमाणु हथियारों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं। वेंस ने कहा, ‘मैं पूरी ईमानदारी से शपथ लेता हूं कि मैं सभी विदेशी और घरेलू दुश्मनों से अमेरिका के संविधान की हिफाजत करूंगा। मैं इसके प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखूंगा। मैं इस दायित्व को स्वतंत्र रूप से स्वीकार करता हूं। मैं जिस पद पर आसीन होने वाला हूं उसके कर्तव्यों का भलीभांति और ईमानदारी से निर्वहन करूंगा। प्रभु मेरी सहायता करें।’ राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल की समाप्ति के कुछ देर पहले ही अपने दोनों भाई जेम्स और फ्रैंक के साथ अपनी बहन वैलेरी को अग्रिम क्षमादान दे दिया। बाइडेन का कहना है कि मुझे परेशान करने के लिए मेरे परिवार पर हमले किए जा रहे हैं। यह सब बदले की राजनीति से प्रेरित है। अमेरिका की सशस्त्र सेना के कोरस और ओपेरा गायक क्रिस्टोफर मैकचियो ने शपथ ग्रहण समारोह के पहले ‘ओह, अमेरिका’ गीत गाया। यह ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान होने वाले कई संगीत प्रदर्शनों में से एक है।
ट्रंप को पीएम मोदी का पत्र
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारत के प्रतिनिधि के तौर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका पहुंचे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को एक विशेष पत्र भी भेजा है.