वडोदरा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां के नवचरण स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला एक ईमेल स्कूल के प्रिंसिपल को भेजा गया था। पुलिस को इसकी सूचना दिए जाने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। वडोदरा में नवचरण के तीन स्कूल हैं। ताज़ा जानकारी के अनुसार, वडोदरा के भायली क्षेत्र में स्थित एक और समा क्षेत्र में स्थित दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। बम धमकी की सूचना मिलते ही बम स्क्वाड और पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचे और तत्काल जांच शुरू कर दी। हालांकि, अभी भी जांच जारी है और बम धमकी के बीच बच्चों को तुरंत स्कूल से छुट्टी दे दी गई है। जिन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है उनमें नवचरण यूनिवर्सिटी, समा इंटरनेशनल स्कूल और नवचरण विद्या विद्यालय शामिल हैं। दांद्रा और नगर हवेली में फर्जी खातों का एक घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में फर्जी खाते बनाकर लाखों रुपये का लेनदेन करके ठगी की गई। दादरा और नगर हवेली में एक बैंक कर्मचारी की मिलीभगत से फर्जी खातों से 89 लाख रुपये का लेनदेन करने वाले लोग पकड़े गए। आरोपियों ने शारीरिक रूप से अशक्त लोगों का फायदा उठाया और फर्जी बैंक खाते खोले। सेलवास पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है। आजकल नकली चीजों का बोलबाला है। लोग पैसा कमाने के लिए आसान रास्ते ढूंढ रहे हैं। दादरा और नगर हवेली में एक बैंक में फर्जी खाते खोलकर लाखों रुपये का लेन-देन करके धोखाधड़ी की गई है। इस धोखाधड़ी में एक बैंक कर्मचारी भी शामिल था। बैंक कर्मचारी ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंक में फर्जी खाते खोले और इन खातों से पैसे निकाले। अभी तक इन तीनों ने 89 लाख रुपये का लेनदेन किया है। बैंक के ऑडिट में फर्जी खातों का पता चला। पुलिस ने पूरे मामले की जांच की और फर्जी खाते खोलने वाले 2 आरोपियों सहित बैंक के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया। इस घोटाले में एचडीएफसी बैंक का एक कर्मचारी भी शामिल था। बैंक कर्मचारी आरोपी फर्जी खाते खोलने में मदद करता था। और फिर इन फर्जी खातों से पैसे निकाले जाते थे। बैंक कर्मचारी आरोपी शत्रुंजय ने अन्य लोगों के साथ मिलकर व्यापारी खाते खोले और उनसे पैसे निकालकर उनका दुरुपयोग किया। गिरफ्तार आरोपी शत्रुंजय ने एक शारीरिक रूप से अशक्त व्यक्ति के हस्ताक्षर करके खाता खुलवाया था। आरोपी ऐसे लोगों के फर्जी हस्ताक्षर करके फर्जी खाते खोलते थे। इन खातों में वे अपना निजी मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जोड़ देते थे ताकि वे आसानी से पैसे निकाल सकें। पुलिस ने बैंक कर्मचारी और आरोपियों से 124 क्यूआर कोड, 60 एटीएम और क्रेडिट कार्ड जब्त किए हैं।