पालनपुर में स्टारवे टेक इंडिया मैनेजमेंट नाम की कंपनी ने मल्टी लेवल मार्केटिंग और पिरामिड स्कीम में निवेश करके 70 दिनों और 200 दिनों में पैसे दोगुने करने का वादा करके 130 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुटाई थी। कंपनी के निदेशक निरंजन श्रीमाली को कंपनी के इस धोखे के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने गुजरात के बड़े शहरों, महाराष्ट्र और राजस्थान में ऑफिस खोलकर 16 हजार से अधिक निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की थी। इस मामले में सीआईडी क्राइम आगे की जांच कर रहा है। पालनपुर में नाभ स्टार वे टेक इंडिया मैनेजमेंट नाम की कंपनी ने आरओसी में पंजीकृत होकर विभिन्न परियोजनाओं में निवेश के बदले उच्च रिटर्न का लालच देकर धोखाधड़ी की थी। कंपनी के निदेशक निरंजन श्रीमाली को सीआईडी क्राइम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। उसने निवेशकों को प्रतिदिन 1% का रिटर्न और 200 दिनों में डबल पैसा देने का वादा करके कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की थी। उसने 70 दिनों में पैसा दोगुना करने की भी योजना शुरू की थी। निरंजन श्रीमाली ने तीन अलग-अलग कंपनियां बनाकर गुजरात के पालनपुर, मेहसाणा, हिम्मतनगर, अहमदाबाद, पाटन, राजकोट, सूरत जैसे शहरों में और राजस्थान के बांसवाड़ा, पाली, उदयपुर और बांसवाड़ा में छोटे-छोटे कार्यालय खोले थे। इसके अलावा, उसने महाराष्ट्र के कुछ शहरों में भी निवेशकों को धोखा दिया था। सीआईडी क्राइम द्वारा की गई जांच में यह भी पता चला है कि उसने मल्टी लेवल मार्केटिंग और पिरामिड स्कीम के माध्यम से लोगों को धोखा देने के लिए बड़े पैमाने पर सेमिनार आयोजित किए थे। साथ ही, उसने एजेंटों को कार, आईफोन जैसे गिफ्ट भी दिए थे। सीआईडी क्राइम ने पूरी जांच के बाद पाया कि वेबसाइट के डेटा के अनुसार 16 हजार निवेशकों से कुल 130 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। जिनमें से 87 करोड़ रुपये वापस नहीं किए गए। हालांकि, पुलिस का अनुमान है कि कुल धोखाधड़ी की राशि 200 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है। अब मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद और अधिक जानकारी सामने आएगी। सीआईडी क्राइम ने निरंजन श्रीमाली को रिमांड पर लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है।