भावनगर
भावनगर शिशु विहार संस्थान में मानभाई भट्ट स्मृति नागरिक पुरस्कार वितरण के अवसर पर मोरारी बापू ने कहा कि सहानुभूति के बाद परोपकार अपरिहार्य है, जो ये सम्मानित प्रतिभाएं कर रही हैं, जो आनंद का स्रोत है। गोहिलवाड़ में प्रसिद्ध रचनात्मक सेवा संस्था शिशु विहार मानभाई भट्ट की परंपरा में प्रेरणादायक मानव सेवा के उपक्रम चला रही है, जहां गणतंत्र दिवस पर मोरारी बापू की अध्यक्षता में नागरिक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मानभाई भट्ट स्मृति नागरिक सम्मान प्रदान करते हुए मोरारी बापू ने शिशु विहार के प्रति अपनी शाश्वत श्रद्धा व्यक्त की तथा इस अवसर को जल और करुणा के व्यापक अर्थ में संदर्भित करते हुए कहा कि संवेदना के बाद संवेदना अपरिहार्य है, जिसे ये सम्मानित प्रतिभाएं कर रही हैं, जो आनन्द का स्रोत है। उन्होंने ऐसे व्यक्तियों के लिए आरती करने की सद्भावना व्यक्त की तथा कहा कि परंपरा कठोर नहीं बल्कि तरल, पवित्र और परोपकारी होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में दानवीर डॉक्टर नटूभाई राजपरा एवं छोटेलाल वर्मा, रचनात्मक कार्यकर्ता अनुपमभाई दोशी एवं जिग्नाबेन दवे तथा प्रामाणिक अधिकारी मधुकांतभाई भलाला को सम्मानित किया गया। गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्वलित किया और स्वातिबेन पाठक ने भजन प्रस्तुत किया। शिशु विहार संस्था के मंत्री नानकभाई भट्ट ने मौखिक स्वागत एवं गतिविधि में भूमिका बताते हुए कहा कि मानभाई भट्ट के माध्यम से संस्कार सिंचित करने का कार्य किया गया है, यह प्रगति पर है तथा इस पहल के तहत 111 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। छायाबेन पारेख द्वारा संचालित कार्यक्रम में सम्मानित व्यक्तियों ने अपने कार्यों का संक्षिप्त उल्लेख करते हुए आभार व्यक्त किया। संस्था के अध्यक्ष राजेन्द्रभाई पटेल ने सभी के प्रति बहुत ही आदरपूर्वक आभार व्यक्त किया। मंत्री इंदाबेन भट्ट एवं कार्यकर्ताओं के समन्वय से आयोजित इस कार्यक्रम में जयंतभाई वानाणी सहित बड़ी संख्या में सामाजिक एवं शैक्षणिक नेता तथा नगरवासी शामिल हुए।