भावनगर। आज के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय जीवन एवं मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से महाराजा कृष्णकुमारसिंहजी भावनगर विश्वविद्यालय से संबद्ध नंदरकुंवरबा महिला महाविद्यालय-देवराजनगर की राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत भारत की महान वीरांगना देवी अहिल्याबाई के जीवन पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। भारत की शिक्षा प्रणाली ऋषियों की शिक्षा प्रणाली थी। इस शिक्षा प्रणाली में देशभक्ति और सांस्कृतिक विरासत की शिक्षा दी गई। लेकिन समय के साथ इस शिक्षा प्रणाली में बदलाव किया गया। इसलिए धीरे-धीरे इस शिक्षा प्रणाली के कारण आज के युवा कल की नागरिकता की कल्पना मन में रखकर जीवनशैली जीने लगे हैं। नंदकुंवरबा महिला महाविद्यालय-देवराजनगर की राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा समिति सौराष्ट्र प्रांत की बौद्धिक विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतीक्षाबेन भट्ट का व्याख्यान आयोजित किया गया।