जांच करने पहुंचे मुख्य सचिव और डीजीपी, घटनास्थल का किया दौरा, मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित
महाकुंभ नगर (प्रयागराज)। महाकुंभ में एक बार फिर आगजनी की घटना हुई है. इस बार आग महाकुंभ के सेक्टर-22 में लगे टेंटों में ये आग लगी है. फिलहाल फायर ब्रिगेड की टीम आग को काबू में पाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक आग को काबू में नहीं पाया जा सका है. वहीं गनीमत रही कि मौके पर कोई भी श्रद्धालु टेंट में नहीं थे. आग लगने के बाद सभी के सभी बाहर निकल आए थे, जिस वजह से बड़ा हादसा होने से टल गया. 19 जनवरी को भी लगी थी आग, 180 कॉटेज जले थेमहाकुंभ के मेला क्षेत्र में 19 जनवरी को शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई थी। शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में ये आग लगी थी। गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए थे।महाकुंभ प्रशासन के अनुसार, गीता प्रेस की रसोई में छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय गैस लीक होने के कारण आग लगी थी। आग लगने से रसोई में रखे 2 गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए थे। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थी।मौनी अमावस्या पर संगम नोज पर हुई भगदड़ की जांच करने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल पर पहुंचे हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद है। दोनों अधिकारियों ने संगम तट पर पहुंचकर भगदड़ वाले स्थान का जायजा लिया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। मौनी अमावस्या पर अनियंत्रित भीड़ के दबाव से बैरिकेडिंग टूट जाने के बाद संगम नोज पर रात्रि एक से दो बजे के बीच भगदड़ मच गई। इसमें दम घुटने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और जबकि 60 लोग घायल हो गए। घायलों को इन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मौनी अमावस्या अमृत स्नान पर्व पर रात करीब एक बजे भगदड़ मचने के बाद प्रशासन ने मेले में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर नया आदेश जारी किया है।
पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। दो पहिया वाहनों को भी मेले में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। जिले की सीमाओं पर रोके गए वाहनों को छोड़ दिया गया है। इसके बाद मेला क्षेत्र की सीमा पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे। श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है। इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईट्रिपल सी) मॉनिटरिंग करेगा। भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका
प्रयागराज महाकुंभ में हुए हादसे के बाद सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है। अर्जी में याचिकाकर्ता ने मांग की है कि वह उत्तर प्रदेश सरकार से मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगे और जिम्मेदार अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दे। दरअसल, महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दूसरे अमृत स्नान से ठीक पहले हादसा हुआ था। इसमें 30 लोगों की दुखद मौत हो गई थी।