- मोदी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों की हकमारी करने का आरोप लगाया
पटना । 19 दिन में दूसरी बार बुधवार को पटना पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार की जातीय गणना पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘हम बिहार वाली जातीय गणना नहीं करवाएंगे। अगर देखना है तो तेलंगाना वाली जाति जनगणना देखिए।’श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जयंती समारोह में 15 मिनट के भाषण में कांग्रेस नेता ने दलितों को हक दिलाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि हमने इतिहास की किताब में दलितों के बारे में सिर्फ दो लाइन पढ़ी हैं। दलित और अछूत।उन्होंने मोदी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों की हकमारी करने का आरोप लगाया। बोले, ‘संस्थानों में हक दिलाने का पहला कदम जाति जनगणना है। इसको हम कराएंगे।’इससे पहले 18 जनवरी को बिहार दौरे पर आए राहुल गांधी ने बिहार की जाति जनगणना (सर्वे) को फर्जी करार दिया था। कांग्रेस नेता ने कहा- हमने इतिहास की किताब में दलितों के बारे में सिर्फ दो लाइन पढ़ी हैं। दलित और अछूत। आपका कोई इतिहास नहीं है क्या? दो लाइन से आपका दर्द मिट जाएगा क्या?राहुल गांधी ने कहानी सुनाई। अमेरिका में परीक्षा होती थी। गोरे लोगों का परफॉर्मेंस बेहतर होता था, काले लोगों का परफॉर्मेंस खराब होता था। लोग कहते थे गोरे लोग ज्यादा होशियार हैं, एक शिक्षक ने बदलाव किया और सवाल अफ्रीकन से सेट करवाया। परीक्षा में सारे गोरे फेल हो गए।राहुल गांधी ने कहा- मोदी सरकार नहीं चाहती है कि देश में जातीय जनगणना हो, लेकिन मैं चाहता हूं कि दलित, ओबीसी आदिवासी को उनकी भागीदारी मिले। आज हिंदुस्तान का जो पावर स्ट्रक्चर है, संस्थाएं हैं। शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, कॉरपोरेट इंडिया हो, ज्यूडिशियरी हो, इसमें दलितों की भागीदारी कितनी है? लोग कहते हैं कि दलितों को रिप्रजेंटेंशन मिला, लेकिन पावर स्ट्रक्चर में शामिल नहीं किया गया।’ राहुल गांधी ने हाथ में संविधान की किताब दिखाकर कहा, ‘RSS और बीजेपी वाले संविधान के सामने माथा टेकते हैं। पीछे इसे खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि दलित समुदाय के लोग लीडरशिप में आएं। देश के टॉप-10 कंपनियों के मालिक में दलित भी हो।’मोदी दलितों-पिछड़ों की जेब से पैसा निकालकर 25 लोगों का 16 लाख करोड़ रुपया माफ किया, इस लिस्ट में एक भी दलित नहीं है। मीडिया में दलितों की भागीदारी नहीं।’ gujaratvaibhav.com