हिसार (हरियाणा)
हिसार एयरपोर्ट पर बुधवार से भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग शुरू हो गई। यह अभ्यास 7 फरवरी तक चलेगा, जिसमें वायुसेना के 18 पायलट अलग-अलग समय पर रिहर्सल करेंगे। सिरसा एयरफोर्स स्टेशन के अधिकारियों की निगरानी में यह पूरा कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी आपातकालीन स्थिति में हिसार एयरपोर्ट की उपयोगिता को परखना है। सेना के अधिकारी यहां उपलब्ध संसाधनों का निरीक्षण कर रहे हैं, जिसमें रनवे, लोकेशन और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच की जा रही है। वायुसेना के लड़ाकू विमान 10,000 फीट लंबी हवाई पट्टी पर रिहर्सल करेंगे।सिरसा और अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के विकल्प के रूप में हिसार एयरपोर्ट की संभावनाओं को परखा जा रहा है। इस दौरान वायुसेना के पायलट हिसार से सिरसा और अंबाला तक की उड़ान में लगने वाले समय का भी आकलन करेंगे।इस अभ्यास के लिए सेना की कई गाड़ियां हिसार एयरपोर्ट पहुंचीं, जिनमें सैन्य साजो-सामान लाया गया। वायुसेना के अधिकारियों ने एयरपोर्ट का निरीक्षण कर सभी जरूरी माप-जोख पूरी की।7 फरवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना के पायलट अपनी ट्रेनिंग जारी रखेंगे। इससे हिसार एयरपोर्ट की आपातकालीन स्थिति में उपयोगिता का परीक्षण किया जाएगा और भविष्य में इसे सैन्य उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करने की संभावनाओं का आकलन किया जाएगा।