जामनगर: जामनगर में महाप्रभुजी बेत मार्ग पर नगर निगम की जमीन पर बनी 45 दुकानों को अवैध रूप से ध्वस्त कर दिया गया है। नगर निगम द्वारा इन दुकानों को नोटिस दिया गया था, जिसका व्यापक असर हो रहा है और नोटिस अवधि समाप्त होने से पहले ही व्यवसायियों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें खोलने का कदम उठा लिया है। जामनगर में महाप्रभुजी बेत मार्ग पर एक भूखंड बगीचे के लिए आरक्षित किया गया था। वहां वर्षों से अवैध दुकानें बनी हुई हैं। नगर निगम ने ऐसे सभी दुकानदारों को 8-2-2025 तक स्वेच्छा से निर्माण हटाने के नोटिस जारी किए थे। अन्यथा समय सीमा दी गई थी कि नोटिस अवधि समाप्त होने के बाद नगर निगम ऐसी दुकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई करेगा, लेकिन इसके पहले ही अधिकांश व्यवसायियों ने अपने परिसर से शटर व अन्य उपयोग में आने वाले सामान को हटाने, स्वेच्छा से परिसर खाली करने तथा नगर निगम परिसर खाली करने की कार्रवाई कर दी थी। केवल पांच-छह दुकानदारों के शटर आदि हटाए जाने बाकी हैं, इसके अलावा अन्य सभी व्यवसायियों ने अपना सभी आवश्यक सामान जो उपयोग में आ सकता है, हटा लिया है और केवल खाली दुकानों का मलबा ही बचा है। नगर निगम की टीम जल्द ही बुलडोजर चलाने और जमीन को साफ करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। जामनगर नगर निगम की संपदा शाखा के अधिकारी नितिन दीक्षित, दबाव राहत अधिकारी सुनील भानुशाली और युवराजसिंह झाला सहित एक टीम उक्त क्षेत्र का सर्वेक्षण कर रही है।