दाहौद। गुजरात के दाहौद जिले के संजेली तालुका के मुवाड़ा गांव में एक अनोखी शादी देखने को मिली। यहां के दूल्हे ने अपनी बारात में जेसीबी का इस्तेमाल किया। दूल्हे के दोस्तों ने दो दिनों तक मेहनत करके जेसीबी को फूलों से सजाया था। दूल्हा जेसीबी पर बैठकर बारात लेकर निकला था। आपने शादी में वह दृश्य तो देखा ही होगा, जहां दूल्हा घोड़े पर सवार है और घोड़ा मरने वाला है। कुछ लोग तो कुछ नया करने के लिए हाथी पर सवार होकर शादी भी करते हैं। लेकिन आज हम जिस शादी की बात करने जा रहे हैं, उसमें दूल्हे ने बड़े ही अलग अंदाज में अपनी जान ले ली, जिसे देखकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे… दाहोद जिले के संजेली तालुका के मुवाड़ा गांव में दूल्हे ने जेसीबी ट्रैक्टर पर सवारी की। दूल्हे के दोस्तों ने जेसीबी को फूलों से सजाने के लिए लगातार दो दिनों तक कड़ी मेहनत की। दूल्हा जेसीबी मशीन के पीछे एक फावड़ा बांधकर अपनी दुल्हन को लेने के लिए निकल पड़ा। इस अनोखे तरीके से अपनी जान लेने वाले दूल्हे का नाम कमलेश चांदना है, उसने मेथन गांव में अपनी सुहागरात मनाई। कमलेश चांदना ने महज तीन से चार किलोमीटर की दूरी के लिए 18 गाड़ियों का काफिला तैयार किया था और दूल्हा खुद जेसीबी में सवार हुआ। दूल्हे के साथ उसके चार-पांच अन्य दोस्त भी जेसीबी के फावड़े में बैठे।