भावनगर
एग्रोसेल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड लिमिटेड, सी. एस.आर. के अंतर्गत विवेकानंद शोध प्रशिक्षण संस्थान द्वारा शिक्षक कार्यशाला का आयोजन किया गया। भावनगर जिला पंचायत हॉल में विशेषज्ञ वक्ताओं में डॉ. मनहरभाई ठाकर और डॉ. छायाबेन पारेख के भाषण की व्यवस्था की गई। कार्यशाला का उद्घाटन दोपहर 12 बजे भावनगर जिला पंचायत के हॉल में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया। कार्यशाला में भावनगर और घोघा तहसील के प्राथमिक विद्यालयों जैसे मालणका, अवाणिया, भूतेश्वर, तगडी, मालपर, भुंभली, जुना रतनपर, नवरतन पर, गुंदी और घोघा के 100 से अधिक शिक्षक उपस्थित थे। प्रशिक्षण विशेषज्ञ डॉ. मनहरभाई ठाकर ने इक्कीसवीं सदी में शिक्षा और शिक्षकों पर अपनी प्रस्तुति में, सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में शिक्षा और शिक्षकों की भूमिका, कार्यों और प्रभावशीलता के उदाहरणों के माध्यम से मूल्य शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी के कौशल और प्रथाओं पर जोर दिया। विशेषज्ञ वक्ता डॉ. छायाबेन पारेख ने शिक्षा पर आधारित समूह कार्य और शिक्षक की भूमिका पर आधारित शिक्षा में परिवर्तन पर तैयार मॉड्यूल के आधार पर विद्यार्थियों की रुचि, शौक और कौशल के विकास पर आधारित कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की, उन्होंने शिक्षा को सच्ची शिक्षा की ओर ले जाने का रोडमैप भी प्रस्तुत किया। दोनों वक्ताओं ने डेढ़-डेढ़ घंटे के दो सत्रों में भाषण दिए। विवेकानंद शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (वीआरटीआई) के अध्यक्ष नितिनभाई दवे ने अपने भाषण में एक्सेल इंडस्ट्रीज के श्रमिकों एवं कार्यकर्ताओं की शिक्षा तथा मानव जीवन को आकार देने के बारे में रोचक शैली में अपने अनुभव साझा किए। संपूर्ण कार्यशाला के दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में वी.ओ. व्यास (तालुका प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, भावनगर और उप जिला शिक्षा अधिकारी), एम.जे. दुधरेजिया (तालुका प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, घोघा), जे.जे. गोहिल (बीआरसी, घोघा), हिम्मतभाई जानी (प्राथमिक शिक्षक संघ – घोघा के अध्यक्ष), साईनंदन सर (एग्रोसेल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मानव संसाधन प्रमुख), मयूर भट्टी (एग्रोसेल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मानव संसाधन प्रबंधक), नितिनभाई दवे (वीआरटीआई, अध्यक्ष), मनुभाई चौधरी (मुख्य समन्वयक वीआरटीआई) के साथ-साथ वीआरटीआई की पूरी टीम शामिल थी। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम की योजना, सभी विद्यालयों के समन्वय एवं व्यवस्था के संबंध में जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कमलेशभाई पटेल का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।