अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद सिद्धपुर में हुए दंगों में फैसला आ गया है। ये दंगे 1992 में बाबरी विध्वंस की प्रतिक्रिया स्वरूप हुए थे। पाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय ने अपने फैसले में शेष 28 आरोपियों को बरी कर दिया। इस मामले के आरोपियों में से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। ऋषि झील क्षेत्र से आई भीड़ ने रेलवे पुलिस गेट के पास एक कर्मचारी पर पथराव किया।
लगभग 700 लोगों की भीड़ ने पुलिस लाइन पर भी पथराव किया, जिसमें सिद्धपुर के तत्कालीन पुलिस निरीक्षक ए.डी. चौहान ने 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। सिद्धपुर कोर्ट में 25 साल तक मामला चलने के बाद 2018 में केस को पाटन सेशन कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया।