वडोदरा नगर निगम: वडोदरा नगर निगम ने भूजल स्तर बढ़ाने के लिए 20 करोड़ रुपये की लागत से जल संचयन का काम शुरू किया है, वहीं दूसरी ओर प्री-मानसून कार्य के तहत 50 फीसदी से अधिक झीलों को खाली करने का काम भी शुरू कर दिया है। निगम बिना सोचे समझे इस कार्य को अंजाम दे रहा है, तथा निगम की बजट बैठक में इसे रोकने का प्रस्ताव भी रखा गया था। वडोदरा निगम के वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए विपक्ष के वार्ड क्रमांक एक से एक वरिष्ठ महिला पार्षद ने पूछा, “किसके निर्देश पर यह विचारहीन कार्य किया जा रहा है?” उन्होंने इस बात का जवाब मांगा कि गर्मी से पहले झील को खाली करने की अग्रिम योजना क्यों बनाई गई, जबकि पशु-पक्षी भीषण गर्मी में झील का पानी पीते हैं और गर्मी के कारण झील आधी सूख जाती है। उन्होंने कहा कि यह काम गर्मियों के बाद भी किया जा सकता था, क्योंकि गुजरात में मानसून 20 जून के बाद आता है। यदि आवश्यक होता तो यह कार्य जून में भी किया जा सकता था। वर्तमान में शहर में 30 लाख की लागत से 29 झीलों को खाली करने का कार्य किया जा रहा है, जो पैसे की बर्बादी है। एक तरफ जल संरक्षण अभियान चलाया गया है, वहीं दूसरी तरफ झीलों को खाली करने से भूजल स्तर में भी कमी आएगी।